बागेश्वर तहसील परिसर में गुरिल्लों का धरना बीते 2400 दिनों से लगातार जारी है. एसएसबी गुरिल्ला सरकार से नौकरी, पेंशन की मांग कर रहे हैं. लेकिन आज तक इनकी मांगें पूरी नहीं हो पाई है. जिसको लेकर इन आंदोलित एसएसबी गुरिल्लों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी और प्रदर्शन किया.
प्रदर्शन के दौरान तहसील परिसर में एक सभा का भी आयोजन किया गया. एसएसबी गुरिल्लों का कहना था कि उनका यह आंदोलन लम्बे आंदोलनों का रिकार्ड तोड़ रहा है. वहीं सांसद, विधायक सहित कोई भी जनप्रतिनिधि इस मामले पर कुछ नही बोल रहे हैं. जिसको लेकर इन गुरिल्लों ने आंदोलन के तौर तरीके बदलने की बात कही है.
आंदोलन कर रहे लोगों का हना है कि केंद्र सरकार द्वारा विगत वर्ष गुरिल्लों का सत्यापन तो कराया गया लेकिन रिपोर्ट गृह मंत्रालय की फाइलों में कैद है. वहीं प्रदेश सरकार ने इको टास्क फ़ोर्स बनाने, लोक निर्माण विभाग में नियुक्ति देने, आपदा प्रबंधन विभाग में नियुक्ति देने का निर्णय लिया था. किन्तु उसका क्रियान्वयन नहीं किया जा रहा है.
साथ ही अब इन गुरिल्लों ने सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन छेड़ने की चेतावनी दी है. एसएसबी गुरिल्लों ने गृह मंत्री भारत सरकार और प्रदेश के मुख़्यमंत्री को अपनी मांगों का ज्ञापन भी भेजा है.