नाम के अनुरूप अपने हौसले से आकाश छूने की कोशिश करता युवा आकाश…
भाष्कर द्विवेदी,जागो ब्यूरो चौबट्टाखाल
ग्रामीण स्वरोजगार के तहत मशरूम उत्पादन की अनूठी मुहिम से युवा आकाश थपलियाल अपने सुनहरे भविष्य की जमीं तलाश रहे हैं,आइये जानें आकाश थपलियाल के बारे में,आकाश थपलियाल पुत्र स्व0 विनोद थपलियाल,उम्र बीस साल गाँव- संगलाकोटी,जय भारत साधु संस्कृत महाविद्यालय हरिद्वार बीए फाइनल ईयर के छात्र हैं और लाकडाउन से दौरान प्रभावित हुई शिक्षा व्यवस्था के बीच आकाश आज हमारे युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनें हैं,जँहा लॉकडाउन से उपजे बेरोजगारी संकट के बीज हज़ारों युवा अपने गाँव और घर लौटे और उन्होंने अपना अधिकांश समय क्रिकेट मैच खेलने में बिताया,वहीं इन्हीं नौजवानों के बीच आकाश थपलियाल जैसा 20 वर्षीय युवा अपने हुनर और मेहनत से मशरूम उत्पादन की तरफ बढ़ रहा है और स्वयं ही मशरूम हट निर्माण कार्य में लगा हुआ है, लाकडाउन के तुरंत बाद ही आकाश कोटेश्वर महादेव मंदिर परिसर संगलाकोटी में अपने बंजर खेतों को आबाद करने की मुहिम में भी जुट गया था और अन्य युवकों के साथ मिलकर इन्होंने काफी भूमि को झाड़ियों से मुक्त करके कृषि योग्य बनाया था, जोकि युवाओं के कृषि की तरफ बढ़ते रूझान को दर्शाता है,बशर्ते सरकारें और सिस्टम युवाओं के इस रूझान को समझने में चूक गए होंगे और इस चूक का खामियाजा हमारे युुवाओंं को दोबारा गाँव घर छोड़कर उठाना पड़ा,जोकि सरकार और स्थानीय प्रशासन का बहुत बड़ा फेलियर रहा,हम आकाश जैसे युवाओं को जागो उत्तराखण्ड स्वायत्त सहकारिता संघ के माध्यम से हर वो सुविधा उपलब्ध कराने हेतु प्रतिबद्ध हैं,जो उनकी आवश्यकता है,हम आकाश थपलियाल जैसे युवाओं से आह्वान करते हैं कि अपनी जड़ों जुड़े रहें से तभी पहाड़ की जवानी और पहाड़ के पानी की महत्ता की सार्थकता सिद्ध होगी।