चौबट्टाखाल में छात्रा से दुराचार का प्रयास और जानलेवा हमले का आरोपी पौड़ी पुलिस/राजस्व प्रशासन की पकड़ से 5 दिन बाद भी बाहर होने पर ग्रामीणों में आक्रोश..
भगवान सिंह,जॉगो ब्यूरो रिपोर्ट:
पौड़ी जनपद की चौबट्टाखाल तहसील क्षेत्र में दिन दहाड़े दलित छात्रा से दुष्कर्म करने की कोशिश और असफल होने पर छात्रा के सिर पर पत्थरों से जानलेवा हमले का आरोपी,घटना के पाँच दिन बाद भी स्थानीय राजस्व और पुलिस प्रशासन की पकड़ से बाहर है,घटना चौबट्टाखाल तहसील के पास के ही एक गाँव के बस स्टॉप पर 21अक्टूबर को घटी है,जब छात्रा चौबट्टाखाल राजकीय महाविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया पूरी करके अपने गाँव लौट रही थी,तभी गाँव के समीप बने बस स्टैंड पर एक अज्ञात युवक ने छात्रा से दुराचार का प्रयास किया और असफ़ल होने पर उसने छात्रा के सिर पर पत्थरों से हमला कर उसे लहूलुहान कर दिया और मौके से फ़रार हो गया,मामला अब राजस्व पुलिस से रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया है,इतने गम्भीर मामले में भी पौड़ी जिला प्रशासन का रवैया बेहद लापरवाही और हीलाहवाली का है,ऊपर से तुर्रा ये कि चौबट्टाखाल तहसील प्रशासन छात्रा पर ही इस दुःखद घटना के लिये दोषारोपण कर,छात्रा और परिजनों के कटे पर नमक छिड़कने का काम कर रहा है,हैरानी है कि सिर पर गंभीर चोटें होने पर कोटद्वार रेफर किये जाने से लेकर सिर पर चालीस टाँके लगवाकर अपने गाँव धरासू आने तक,पौड़ी प्रशासन ने छात्रा के लिये न तो वाहन की व्यवस्था की और न तो प्रशासन का कोई नुमाइंदा छात्रा की सुरक्षा में नज़र आया,शनिवार को आम आदमी पार्टी के दिगमोहन नेगी,स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता विजेंद्र सिंह,क्षेत्र पंचायत अजय कुमार आदि के साथ “जागो उत्तराखण्ड” प्रतिनिधि अम्बेश पन्त ने भी छात्रा और परिजनो से मुलाक़ात की और परिवार का ढाढस बंधाया,परिजनों की एक ही माँग है कि जल्द से जल्द आरोपी की गिरफ़्तारी हो और उसे कड़ी सज़ा मिले,जिससे पहाड़ की शान्त वादियों में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो,स्थानीय लोगों ने कोरोना महामारी के दौरान पहाड़ आये लोगों में कुछ अपराधी तत्व होने की बात भी कही है,जिनकी पहचान करना पुलिस-प्रशासन की ज़िम्मेदारी बनती है,सोमवार तक पुलिस द्वारा आरोपी को गिरफ़्तार न कर पाने पर आम आदमी पार्टी दिगमोहन नेगी के नेतृत्व में तहसील परिसर चौबट्टाखाल में छात्रा को इंसाफ़ दिलाने को धरना प्रदर्शन का भी मन बना रही है।