उत्तराखण्ड बार कॉउन्सिल,नैनीताल के चुनाव में पहाड़ का मजबूत नुमायन्दा भेजने को अधिवक्ता लामबन्द …
उत्तराखण्ड राज्य बनने के बाद आयी सरकारों द्वारा पहाड़ी क्षेत्रों की उपेक्षा का परिणाम अधिवक्ता भी भुगत रहे हैं, पहाड़ में जनता को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ना पहाड़ के अधिवक्ता के लिए आसान नहीं है,क्योंकि धनाढ्य लोग पहाड़ से पलायन कर चुके हैं और गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को न्याय दिलाने को व्यवसाय के बजाय एक सामाजिक जिम्मेदारी कहा जाय तो ज्यादा बेहतर है ,बेहतर सुविधाओं और व्यावसायिक परिस्थितियों की वज़ह से पहाड़ के काफी अधिवक्ता भी मैदानी क्षेत्रों की ओर पलायन कर गए हैं, जिससे मैदानी क्षेत्रों में अधिवक्ताओं की संख्या में लगातार वृध्दि हो रही है और पहाड़ में अधिवक्ताओं की संख्या में लगातार कमी हो रही है, जिस कारण पहाड़ का अधिवक़्ता भी आज अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ने को मज़बूर है ,आगामी 28 मार्च को उत्तराखण्ड बार कॉउन्सिल,नैनीताल के चुनाव सम्पन्न होने है, जिसमें २० सदस्यों का चुनाव होना है, राज्य भर के अधिवक्ताओं को क्रम संख्या 1 से 5 तक़ के उम्मीदवारों को चुनाव में मत करना अनिवार्य है ,पिछली बार उत्तराखण्ड बार कॉउन्सिल के चुनाव में पौड़ी जनपद से अर्जुन सिंह भण्डारी निर्वाचित हुए थे, इस बार भी वे फिर से मैदान में हैं और पहाड़ के अधिवक्ताओं और जनसामान्य के सुख दुःख में साथ देने वाले क्रमाँक संख्या 10 के प्रत्याशी अर्जुन सिंह भण्डारी एक बार फिर उत्तराखण्ड बार कॉउन्सिल में पहुँचने के लिए सबसे मजबूत दावेदार दिखायी दे रहे हैं, जनपद मुख्यालय पौड़ी के अधिवक्ताओं से एक बातचीत…