नहीं रहे सतपुली-बिलखेत में पैराग्लाइडिंग विकसित करने के प्रयास में गम्भीर रूप से घायल हुये सुभांग रतूड़ी..
जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
हिमालयन एडवेंचर एरो स्पोर्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष शुभांग रतूड़ी अब हमारे बीच में नहीं हैं,कुछ समय पहले सतपुली बिलखेत में पैराग्लाइडिंग विकसित करने के उद्देश्य से उड़ाई गयी एक प्रायोगिक फ्लाइट में बुरी तरीके से जख्मी होने के बाद शुभांग रतूड़ी को सतपुली से हेलीकॉप्टर द्वारा जौलीग्रांट अस्पताल भेजा गया था।
बहादुर रतूड़ी ने अस्पताल से एक वीडियो भी जारी किया था जिसमें उन्होंने कहा था “शो मस्ट गो ऑन” यानी कि उन्होंने जो शुरुआत की है वह खत्म नहीं होनी चाहिए और गढ़वाल और पहाड़ी इलाकों में एयरोस्पोर्ट्स विकसित होना चाहिए,क्योंकि यह पहाड़ी युवकों और युवतियों के लिए रोजगार का एक जरिया बन सकता है।लेकिन दुर्भाग्य से उसके बाद रतूड़ी चोट से उबर नहीं पाये और आज हमारे बीच में नहीं है,यह दुःखद घटना इस ओर भी ध्यान खींचती है कि पहाड़ी क्षेत्रों में एडवेंचर स्पोर्ट्स विकसित करने से पूर्व इलाके का सही ढंग से निरीक्षण और परिस्थितियों का बेहतर विश्लेषण किया जाना आवश्यक है,क्योंकि जब शुभांग रतूड़ी जैसे एक्सपोर्ट पायलट इसमें दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं,तो हमें ये समझ लेना चाहिये कि शौकिया तौर पर हैंगग्लाइडिंग जैसे एडवेंचर स्पोर्ट्स में भाग लेने वालों के साथ क्या हो सकता है! “जागो उत्तराखण्ड” पहाड़ में हैंगग्लाइडिंग और अन्य ऐरो स्पोर्ट्स विकसित करने का प्रयास करने में अपनी जान देने वाले धरती के लाल शुभांग रतूड़ी के परिवार के साथ हार्दिक संवेदनाएं व्यक्त करते हुए,उन्हें श्रद्धांजलि देता है।