ऋषिकेश । डीएफओ टिहरी द्वारा ऋषिकेश के एक वरिष्ठ पत्रकार को धमकी दिए जाने के प्रकरण के संबंध में आज पत्रकारों के शिष्टमंडल ने उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के समक्ष इस मामले में आवश्यक कार्यवाही किये जाने की मांग रखी। इस संदर्भ में विधानसभा अध्यक्ष ने विषय का संज्ञान लेते हुए मौके पर ही मुख्य वन संरक्षक जयराज को दूरभाष पर उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
विधानसभा अध्यक्ष के कैंप कार्यालय में पत्रकार जितेंद्र चमोली के नेतृत्व में पत्रकारों के शिष्टमंडल ने विधानसभा अध्यक्ष ऋषिकेश में आए दिन पत्रकारों के उत्पीड़न, धमकी और प्रेस की आजादी का संज्ञान लेने के संदर्भ में अपना प्रार्थना पत्र सौंपा।
इस अवसर पर जितेंद्र चमोली ने विधानसभा अध्यक्ष को अवगत कराया कि नरेंद्रनगर वन विभाग के अंतर्गत मुनी की रेती में वन भूमि पर एक होटल स्वामी द्वारा कई माह से पुस्ते का निर्माण कर सड़क बनाई जा रही थी। विगत दिनों उनके द्वारा ईमानदारी के साथ निर्भीक होकर वन विभाग की लापरवाही का खुलासा किया गया तो डीएफओ टिहरी डीएस मीणा और वन क्षेत्राधिकारी स्पर्श काला ने उन्हें अपमानित कर जेल भेजने की धमकी दी। इस अवसर पर पत्रकारों ने धमकी देने वाले डीएफओ से लिखित माफी मांगे जाने एवं अधिकारी के अन्यत्र स्थानांतरण किए जाने कि मांग विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष रखी।साथ ही सरकारी अफसरों का रवैया तानाशाही पूर्ण ना हो,इसके लिए विधानसभा अध्यक्ष को संरक्षक की भूमिका निभाने की बात कही। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने पत्रकारों की बात सुनकर मामले का तुरंत ही संज्ञान लिया एवं मौके पर ही मुख्य वन संरक्षक जयराज को दूरभाष पर पत्रकारों के साथ इस प्रकार के भेदभाव एवं उत्पीड़न जैसे प्रकरण पर शीघ्र ही आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। श्री अग्रवाल ने कहा कि पत्रकार लोकतंत्र के चैथे स्तंभ होते हैं उनके साथ अधिकारियों के द्वारा इस प्रकार की घटना निंदनीय है।श्री अग्रवाल ने शीघ्र ही मामले की जांच करने की बात कही। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने पत्रकारों को आश्वस्त करते हुए कहा कि वह पत्रकारों के साथ हैं एवं प्रकरण पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। इस अवसर पर मयंक ध्यानी, रजत प्रताप सिंह, नीरज गोयल, अमित सिंह, सागर रस्तोगी, ईश्वर शुक्ला, विनय पांडे, जय कुमार तिवारी, दीपक नारंग, महावीर सिंह सहित अन्य पत्रकार गण उपस्थित थे।