मनीष सिसोदिया भी बोले “सब्भी धाणी देहरादून”..
अम्बेश पन्त,जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
उत्तराखण्ड की अस्थायी राजधानी देहरादून मेंदिल्ली मॉडल और उत्तराखण्ड मॉडल पर चर्चा करने आये दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी पहाड़ को अनदेखा करके चल दिये,जिससे उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओ में खासा रोष है, कार्यकर्ताओ का कहना है कि उत्तराखण्ड में पहाड़ी जिलों के लोगों के साथ पार्टी हाईकमान भेदभाव कर रहा है,उनके द्वारा कार्यकर्ताओ को इस तरह से अनदेखा किया जाना किसी भी कार्यकर्ता को रास नही आया!आपको बता दें,कि उत्तराखण्ड में 13 जिलों में से 10 जिले पहाड़ी जिले हैं,फिर भी पहाड़ के किसी भी व्यक्ति के साथ उनके द्वारा मंच साझा नही किया गया,हालांकि उन्होंने मुख्यमंत्री की विधानसभा के विद्यालय राजकीय प्राथमिक विद्यालय जीवनवाला का भ्रमण जरूर किया,जहां जीवनवाला स्थित विद्यालय जर्जर हालात में मिला, जिसको लेकर उन्होंने उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए,दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी आम आदमी पार्टी किसी भी उत्तराखण्डी व्यक्ति को टिकट नहीं दिये जाने का आरोप पहले से ही झेल रही,आम आदमी पार्टी का उत्तराखण्ड के पहाड़ी जिलोंपौड़ी,रुद्रप्रयाग,टिहरी,चमोली,उत्तरकाशी,बागेश्वर,पिथौरागढ़,चंपावत,अल्मोड़ा,आदि को अनदेखा किया जाना पार्टी की नीयत पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है ,कार्यकर्ताओ का कहना है कि अभी तक सिसोदिया जी के जितने भी दौरे लगे है,सारे मैदानी क्षेत्रों में हुये है,जिससे आम आदमी पार्टी पहाड़ी लोगों का विश्वास जीतने में नाकाम रही है!