पर्यटन मन्त्री सतपाल महाराज से मिले छात्र नेता मंजीत,खैरालिंग मंदिर के सौंदर्यीकरण और प्रचार प्रसारित करने को सौंपा ज्ञापन..
जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
गढ़वाल विश्वविद्यालय परिसर पौड़ी के पूर्व उप उपाध्यक्ष मंजीत सिंह रावत जो कि पौड़ी जनपद के कल्जीखाल ब्लॉक के ग्राम थैर के निवासी हैं ने आज देहरादून में पर्यटन मन्त्री उत्तराखण्ड सरकार सतपाल महाराज से मुलाकात कर कल्जीखाल विकासखंड के हजारों लोगों के श्रद्धा के केंद्र खैरालिंग महादेव मन्दिर को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने के संबंध में ज्ञापन सौंपा।मंडल मुख्यालय पौड़ी से 37 किलोमीटर की दूरी पर असवालस्यूँ पट्टी में खैरालिंग महादेव जी प्राचीन एवं पौराणिक मंदिर है और इस मन्दिर की पूरे विकासखंड में काफी मान्यता है
वर्तमान में यह मन्दिरअभी भी प्रदेश,देश-विदेश के शिव भक्तों एवं श्रद्धालुओं की पहुंच से काफी दूर है!मंजीत द्वारा ज्ञापन के माध्यम से पर्यटन मन्त्री महाराज से इस मंदिर के सौंदर्यीकरणकरण के साथ-साथ मंदिर के प्रचार प्रसार एवं श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचने में दिक्कते ना हो इसके लिए निम्न जगह साइन बोर्ड लगाने की मांग की गयी है
पौड़ी मुख्यालय से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए –
(1)कंडोलिया नामक जगह में-आदवाणी मुख्य चौराहे में- छजोलीधार चौराहे में- कल्जीखाल बाजार के अंतिम छोर मे-मुंडेश्वर मंदिर के गेट के सामने।
(2)-सतपुली कोटद्वार से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए-
पौड़ी-कोटद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग के बौंसाल नामक जगह में-पीपला बैंड में-भेटी मुख्य बाजार में-मुंडेश्वर मुख्य बाजार में।
इसके साथ ही मंत्री जी से आग्रह किया कि अगर पर्यटन विभाग इस मंदिर को अपने हाथों में लेता है तो यह मंदिर पर्यटन के नक्शे में भी दिखेगा,देश विदेश के शिव भक्त अपनी श्रद्धा लेकर इस मंदिर में पहुंचेंगे जिससे कि क्षेत्र का विकास होगा औऱ यहां के लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।इसके साथ ही 1962 भारत चीन के युद्ध में शहीद हुए असवालस्यूँ पट्टी के ग्राम सभा थैर के वीर चक्र सम्मानित लांस नायक त्रिलोक सिंह नेगी जी़,के नाम से पीपला टेका-मिरचोड़ा-थैर-दलमोटा मोटर मार्ग का नाम रखा गया है,पीपला बैंड से यह मोटर मार्ग प्रारंभ होता है,पीपला बैंड में ही शहीद त्रिलोक सिंह जी के नाम से एक स्मृति द्वार का निर्माण और साइन बोर्ड लगाने की भी मांग भी की गयी,सतपाल महाराज जी द्वारा संबंधित विभाग के अधिकारियों को फोन कर तुरंत ज्ञापन में जिक्र की नई मांगों के निस्तारण करने के आदेश दिए हैं।