लगातार गंदे पेयजल सप्लाई से मुख्यमंत्रियों की गृह नगरी पौड़ी के बाशिन्दों पर संक्रामक रोगों का खतरा!..
जागो ब्यूरो पौड़ी:
पौड़ी जिला और गढ़वाल कमिश्नरी मुख्यालय के साथ पाँच-पाँच मुख्यमंत्री देने वाला शहर भी है!बावजूद यहां पेयजल की समस्या को लेकर कोई ठोस कार्य योजना तैयार नहीं हो सकी है,साल भर पेयजल की कमी के साथ पानी में गंदगी व बजरी आने का सिलसिला भी बना रहता है, हल्की-फुल्की बारिश के सीजन में तो नगरवासियों को कीड़े व मिट्टी के रंग का पानी की कई दिनों तक आपूर्ति होती है जिससे बीमारियों के फैलने का खतरा भी बना रहता है,आजकल की बात करें तो बढ़ते कोरोनावायरस संक्रमण के बीच जब राज्य के मुख्यमन्त्री वीडियो संदेश में संक्रमण से बचाव हेतु दिशा निर्देश देते हैं कि गंदगी और दूषित वस्तुओं के उपयोग से बचें और सुरक्षित व स्वस्थ रहें,लेकिन ऐसे में पौड़ी नगरवासी दूषित पानी पीने से कैसे बचें?जबकि उनके पास कोई अन्य स्रोत भी नहीं है,पौड़ी नगर में पिछले माह से अधिकांश समय ऐसा ही दूषित पानी लगातार आ रहा है,जिस पर जल संस्थान और जिला प्रशासन का उदासीनता भरा रवैया लोगों को बीमारी और मौत का न्योता दे रहा है!जल संस्थान के पेयजल संयंत्र में क्या फिल्टर व्यवस्था है?कैसे बरसात के दौरान अधिकांश समय गंदे पानी की आपूर्ति बनी हुयी रहती है? लगातार गंदा पानी पीने की वजह से भगवान न करे कोई महामारी इस नगर में फैले,उससे पहले ही पहले ही जल संस्थान,स्थानीय प्रशासन या मुख्यमन्त्री तीरथ सिंह रावत जागो उत्तराखण्ड की इस ख़बर का अविलंब संज्ञान ले लें तो पौड़ी के बाशिन्दों को गंदा पानी पीने से होने वाली बीमारियों और महामारी से समय रहते बचाया जा सकता है!