सिंगटाली मोटर पुल की डीपीआर व्यय समिति की बैठक में अनुमोदित,लेकिन पुल निर्माण होने तक क्षेत्रीय लोगों को चौकन्ना रहने की जरूरत:आशुतोष नेगी, केन्द्रीय उपाध्यक्ष, उक्रांद

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सिंगटाली मोटर पुल की डीपीआर व्यय समिति की बैठक में अनुमोदित,लेकिन पुल निर्माण होने तक क्षेत्रीय लोगों को चौकन्ना रहने की जरूरत:आशुतोष नेगी,केन्द्रीय उपाध्यक्ष,उक्रांद 

जागो ब्यूरो रिपोर्ट:

मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन की अध्यक्षता में आयोजित व्यय समिति की बैठक में जनपद पौड़ी गढ़वाल की यमकेश्वर विधानसभा के अंतर्गत कौडियाला-व्यासघाट मोटर मार्ग के किलोमीटर संख्या 1(एक) में गंगा नदी पर सिंगटाली नामक स्थान पर 150 मीटर सेतु निर्माण कार्य का समिति द्वारा अनुमोदन किया गया है।मुख्य सचिव ने 5712.55 लाख रुपए की अनुमानित लागत से बनने वाले सेतु के संबंध में लोक निर्माण विभाग को सेतु निर्माण के लिए संबंधित पक्षों से समन्वय करते हुए तेजी से अग्रिम कार्रवाई करने के निर्देश दे दिये हैं,जिससे अब जल्द पुल निर्माण की कवायद में तेजी आने की उम्मीद है। उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय उपाध्यक्ष आशुतोष नेगी ने बीते दिनों सिंगटाली पुल निर्माण की फाइल पर शासन में प्रगति के सम्बन्ध में लोक निर्माण विभाग के विभागाध्यक्ष/प्रमुख अभियंता उत्तराखंड राजेश शर्मा से मुलाकात की थी,जिसमें शर्मा ने बताया था कि आगामी 26 मई को वित्त समिति की बैठक में सिंगटाली पुल की लगभग 57 करोड़ की डीपीआर के अनुमोदन का प्रस्ताव रखा जायेगा,जो बात सत्य साबित हुई है।इस बैठक में सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे,अपर सचिव लोक निर्माण विभाग विनीत कुमार,निदेशक वित्त जगत सिंह चौहान, विभागाध्यक्ष/प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग राजेश शर्मा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।मोटर पुल का काम शुरू न होने से स्थानीय लोगों ने कुछ समय पूर्व चारधाम यात्रा से पहले आंदोलन की चेतावनी भी दी थी।2006 में कौडियाला-ब्यासघाट मोटर मार्ग की स्वीकृति के साथ ही सिंगटाली में गंगा पर करीब 150 मीटर का मोटर पुल भी स्वीकृत था। लेकिन सड़क निर्माण के दौरान अधिकांश बजट खर्च होने से मोटर पुल का निर्माण अधर में लटक गया था। 2019 में विश्व बैंक पौड़ी की ओर से सिंगटाली में मोटर पुल निर्माण के लिए मृदा परीक्षण का काम शुरू किया था। लेकिन तब त्रिवेंद्र रावत सरकार ने मोटर पुल का निर्माण एक बाहरी रियल स्टेट कारोबारी के दबाव जो पुल निर्माण के स्थान का उपयोग अपने व्यावसायिक हितों के लिये करना चाहता था,के दबाव में रुकवा दिया था।18 मई 2021 में जनदबाव के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शासनादेश जारी करवाया था। लोनिवि श्रीनगर गढ़वाल ने उसी स्थान पर पुल निर्माण के लिए डीपीआर ( विस्तृत कार्य रिपोर्ट) तैयार की थी। यह डीपीआर 114 करोड़ की रुपये की बनी थी। उक्त राशि को ज्यादा बताकर शासन ने किसी दूसरे स्थान का चयन कर डिजाइन और डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए थे। उसके बाद 2022 में लोनिवि ने सिंगटाली झूला पुल के ऊपर की साइट की जगह को चिह्नित किया था।मार्च 2025 में लोनिवि श्रीनगर गढ़वाल ने लगभग 58 करोड़ की डीपीआर को शासन को भेजी थी। लेकिन पिछले डेढ़ महीने से सिंगटाली मोटर पुल की फाइल शासन में अटकी हुई थी। सिंगटाली मोटर पुल के बनने से पौड़ी गढ़वाल जिले के सात विकासखंडों के एक हजार गांवों को लाभ मिलेगा। देहरादून से नैनीताल की कुल दूरी में करीब 45 किमी की कमी आएगी।उत्तराखंड क्रांति दल,सिंगटाली मोटर पुल निर्माण संघर्ष समिति, ढांगू विकास समिति,मूल निवास भू कानून समिति समेत कई क्षेत्रीय संगठन और स्थानीय ग्रामीण सिंगटाली मोटर पुल निर्माण हेतु संघर्षरत हैं।इस अवसर पर सभी संघर्षरत संगठनों और स्थानीय ग्रामीणों को बधाई देते हुए उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय उपाध्यक्ष आशुतोष नेगी ने कहा है कि” पुल निर्माण शुरू होने से लेकर इसके पूर्ण होने तक सभी को चौकन्ना रहने की आवश्यकता है,क्योंकि पूर्व में भी गढ़वाल की बड़ी आबादी के लिये रोजगार और पर्यटन विकास की चाबी यह पुल बड़ी साजिशों का शिकार होकर अधर में लटकता रहा है।”

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