पर्यावरणविद बौड़ाई ने मिश्रित वनों से चीड़ के उन्मूलन के सम्बन्ध में सांसद गढ़वाल तीरथ से की मुलाक़ात..
जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
आज दस नवम्बर को “चीड़ हटाओ बाँज लगाओ” अभियान के प्रणेता,पर्यावरणविद रमेश बौड़ाई ने पौड़ी सर्किट हॉउस में गढ़वाल सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड सरकार तीरथ सिंह रावत से मुलाकात कर उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों के मिश्रित वनों से चीड़ के वृक्षों का उन्मूलन अभियान चलाने और आगामी संसद सत्र में इस मुद्दे को उठाकर इसके लिए ठोस सरकारी नीति बनाने के संबंध में मुलाक़ात कर इस बारे में वृस्तृत चर्चा की,गढ़वाल सांसद तीरथ ने इस सम्बन्ध में पर्यावरणविद बौड़ाई को अपनी ओर से हर सम्भव प्रयास करने का आश्वासन दिया है।उन्होंने पर्यावरणविद बौड़ाई को आगे भी इस जनजागरूकता अभियान को निरंतर जारी रखने हेतु प्रोत्साहित किया।दरअसल चीड़ के वनों का बेहिसाब विस्तार पेयजल संकट के साथ,चीड़ के वनों में लगने वाली आग के कारण अन्य प्रजाति के वृक्षों और वनस्पतियों समेत वन्य जीवन पर संकट का मूल कारण बनता जा रहा है,साथ ही मिश्रित वनों को समाप्त करने में इसकी बड़ी भूमिका है।ऐसे में भविष्य में उत्तराखण्ड की प्राकृतिक सुन्दरता नष्ट होने पर इसको पर्यटन प्रदेश के नाम से बनी पहचान खोने में भी चीड़ के वनों की अहम भूमिका हो सकती है,उम्मीद है कि पर्यावरणविद बौड़ाई की गढ़वाल सांसद से ये मुलाक़ात उत्तराखण्ड के मिश्रित वनों से चीड़ के वृक्षों का उन्मूलन करने में काफी हाफ हद तक सहायक सिद्द होगी।