पौड़ी से दून किये जा रहे ट्रांसफरो की कड़ी में नया खुलाशा एडी के मा०पटल सीताराम पोखरियाल की पत्नी को भी दून भेजने की थी तैयारी !..
जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
पौड़ी के अशासकीय इंटर कॉलेज जखेटी से व्यायाम शिक्षक महेंद्र सिंह के नियम विरुध्द देहरादून ट्रांसफर पर मचे बबाल के बाद शिक्षा मन्त्री डॉ धन सिंह रावत द्वारा जाँच बैठाने के बाद एक नया खुलाशा हुआ है,”जागो उत्तराखण्ड” को जखेटी इंटर कॉलेज के पूर्व प्रबन्धक और आजीवन सदस्य विमल नेगी से प्राप्त पत्रावली के अनुसार,जखेटी इंटर कॉलेज के प्रबन्ध संचालन दिनेश सिंह पुण्डीर की एडी कार्यालय से स्पष्ठ दृष्टिगोचर मिलीभगत से एडी महावीर बिष्ट के मा०पटल सीताराम पोखरियाल की पत्नी अवन्तिका पोखरियाल,प्रवक्ता गणित को भी देहरादून ट्रान्सफर करने का प्रस्ताव बना लिया गया है और हैरानी भरे नियम विरुध्द तरीके से उसी प्रस्ताव में विद्यालय के सहायक अध्यापक गणित धीरज सिंह कठैत की पदोन्नति,अवन्तिका पोखरियाल के दून ट्रांसफर से होने से पूर्व ही,उनके द्वारा संभावित रिक्त प्रवक्ता पद पर किये जाने का प्रस्ताव भी पारित कर लिया गया है!
प्रबन्ध संचालक पुण्डीर द्वारा विद्यालय से हुये एकल ट्रान्सफर पर शिक्षा मन्त्री डॉ धन सिंह रावत द्वारा बैठायी गयी जाँच से बचने के लिये आनन-फानन में एक और नियम विरुध्द प्रस्ताव पारित किया गया है,जिसमें 08-12-2021 के प्रस्ताव का संज्ञान लेते हुये लिखा गया है कि 24-02-2022 के प्रस्ताव संख्या तीन में महेन्द्र सिंह,सहायक अध्यापक व्यायाम के एकल स्थानांतरण को स्वीकृत करते हुये अपने ही बनाये गये 24-02-2022 के प्रस्ताव संख्या तीन को निरस्त किया गया है,जबकि 08-12-2021 का कोई प्रस्ताव मौजूद ही नहीं है,जिससे वे ख़ुद ही अपने द्वारा बुने गये भ्रष्टाचार के मकड़ जाल में फंसते हुये नज़र आ रहे हैं। इसी विद्यालय में प्रधानाचार्य के पद को भरने के लिये माननीय उच्च न्यायालय द्वारा साक्षात्कार कराने के निर्देश थे,किन्तु तत्कालीन मुख्य शिक्षा अधिकारी द्वारा साक्षात्कार नहीं करवाया गया,जिस पर माननीय उच्च न्यायालय में तत्कालीन मुख्य शिक्षा अधिकारी पौड़ी पर अवमानना की कार्यवाही भी गतिमान है,प्रधानाचार्य पद पर नियुक्ति हेतु साक्षात्कार की तिथि,एडी माध्यमिक के निर्देश के बाद वर्तमान मुख्य शिक्षा अधिकारी द्वारा 11-01-2022 को राजकीय इंटर कॉलेज पौड़ी में सम्पन्न कराने हेतु,प्रबन्ध संचालक इंटर कॉलेज जखेटी को दी गयी थी,किन्तु विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने की वजह से यह साक्षात्कार सम्पन्न नहीं हो पाया,ऐसे में प्रबन्ध संचालक द्वारा प्रभारी प्रधानाचार्य महिपाल सिंह का डाउनग्रेड प्रधानाचार्य का प्रस्ताव पारित करना भी माननीय उच्च न्यायालय की एक बार फ़िर से अवमानना है,जिस पर माननीय उच्च न्यायालय कड़ा रुख अपना सकता है।निरंकुशता की पराकाष्ठा तब हो जाती है,जब विद्यालय के प्रबन्ध संचालक द्वारा विद्यालय में 08-03-2022 को साधारण सभा की बैठक बुलायी जाती है और उस बैठक में सभी प्रस्ताव पारित किये जाते हैं, इसके बाद प्रबन्ध संचालक को विद्यालय प्रशासन योजना के तहत कोई संवैधानिक अधिकार नहीं है कि वो सदन में पारित प्रस्तावों में कोई परिवर्तन करे।जब “जागो उत्तराखण्ड” ने जखेटी इंटर कॉलेज में किये जा रहे नियम विरुध्द और असंवैधानिक कार्यों के बारे में विद्यालय के प्रबंध संचालक दिनेश सिंह पुण्डीर से जानना चाहा तो उन्होंने अशासकीय विद्यालयों को संचालित करने वाली “विद्यालय प्रशासन योजना” के नियम-कानूनों के प्रति अनभिज्ञता ज़ाहिर की!जिस तरह पौड़ी के जखेटी इंटर कॉलेज में एक के बाद एक नियम विरुध्द और असंवैधानिक काम हो रहे हैं,जिसमें एडी महावीर सिंह बिष्ट के कार्यालय की परोक्ष भूमिका साफ़ तौर पर दृष्टिगोचर हो रही है और अब जब शिक्षा मन्त्री डॉ धन सिंह रावत के संज्ञान में पौड़ी के एडी कार्यालय/मण्डलीय अपर शिक्षा निदेशक कार्यालय के नियम विरुध्द असंवैधानिक क्रियाकलाप संज्ञान में आ चुके हैं,तो गढ़वाल मण्डल मुख्यालय पौड़ी से शिक्षा विभाग को भ्रष्टाचार मुक्त करने का अभियान प्रारम्भ होने की उम्मीद की जा सकती है।