यमकेश्वर में “मोदी राज 8 साल सुशासन कार्यक्रम संयोजक” समतलीकरण के नाम पट्टा लेकर कर रहा बड़े इलाके में मशीनों से अवैध खनन..!!!
जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
पौड़ी की यमकेश्वर तहसील के अन्तर्गत मार्च 2022 में बैरागढ़,सेंदुड़ी क्षेत्र में विनोद कुमार जुगलाण/जुगलान पुत्र स्वर्गीय मुरलीधर के नाम 0.378 हेक्टेयर निजी नाप भूमि के भू समतलीकरण से निकलने वाले खनिज को छः माह के अन्दर मानव श्रम से निर्गत करने का पट्टा दिया गया है,स्पष्ट है कि खनिज निकासी मानव श्रम के की जायेगी अर्थात निकासी हेतु कहीं भी जेसीबी/पोकलैण्ड मशीन लगाने की अनुमति नहीं है।
लेकिन असली खेल यहीं से शुरू होता है!स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह पट्टाधारक समतलीकरण हेतु स्वीकृत खसरा नम्बरों से बाहर निकलकर बैरागढ़ के बड़े इलाके में सरकारी कैसरीन भूमि इंडिया गदेरा नाले पर लगभग 500 मीटर लंबाई,70 मीटर चौड़ाई,2 मीटर गहराई,पर जेसीबी मशीन से,बड़े पैमाने पर अवैध खनन करवा रहा है। लोगों का कहना है कि दिन रात जेसीबी की गर्जन से उन्हें काफी परेशानी हो रही है और वो रात को चैन से सो भी नहीं पाते।यहां से निकली मिट्टी,पत्थर औऱ उपखनिज बिजनी क्रेशर प्लांट में धड़ल्ले से सप्लाई किया जा रहा है और अवैध खनन से सरकार को जमकर राजस्व का चूना लगाया जा रहा है।इस समतलीकरण पट्टे की अनुमति प्राप्त करने हेतु 13 -14 लाख रुपए का सरकारी चालान लगाया गया,लेकिन अनुमान है कि अभी तक यँहा से 25 करोड़ तक की खनन सामग्री की अवैध रूप से निकासी की जा चुकी है।स्थानीय यूकेडी नेता शान्ति भट्ट ने पौड़ी प्रशासन से माँग की है कि इस पूरे क्षेत्र का सरकारी नाप जोख,मूल्यांकन करवाकर,पट्टा धारकसे रिकवरी और अवैध खनन करने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाय।”जागो उत्तराखण्ड” को प्राप्त दस्तावेजों और जानकारी के अनुसार पट्टाधारक विनोद कुमार जुगराण/जुगलान विधायक प्रतिनिधि और यमकेश्वर भाजपा का पदेन व्यक्ति है और यमकेश्वर में “मोदी राज 8 साल सुशासन कार्यक्रम संयोजक” भी है!
आरोप है कि उक्त व्यक्ति वर्षों से बीपीएल श्रेणी का लाभ ले रहा है,जबकि इस व्यक्ति के नाम पर ग्राम भेलडूंग,ग्राम बैरागढ़,ग्राम क्वीराल में लगभग 150 नाली भूमि प्रथम श्रेणी कागजातों में दर्ज है!बरसों से बीपीएल श्रेणी का लाभ ले रहा जुगराण/जुगलान हर तरह से भवन /भूमि -वाहन, आदि से साधन संपन्न है,ऐसे में अगर फिर भी वह बीपीएल श्रेणी का है तो इसने समतलीकरण का पट्टा प्राप्त करने हेतु लाखों का खनन का चालान कँहा से जमा किया?इन सारे सवालों का एक ही जबाब है कि उपरोक्त व्यक्ति के सत्तारूढ़ भाजपा से सम्बंधित होने के कारण शासन-प्रशासन भी आँखे मीचे बैठा है।