कोरोना संकट के चलते घर लौटे बेरोजगारों को राह दिखाता कुलदीप का एकीकृत कृषि मॉडल..
जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
कोरोना संकट के चलते उत्तराखण्ड में भारी संख्या में प्रवासी उत्तराखंडी अपनी नौकरी गंवा कर पहाड़ों में पहुंच रहे हैं,ज्यादातर युवा अब खेती की ओर आकृष्ट हो रहे हैं और उसी से अपना गुजर-बसर व आर्थिक हालात बेहतर करना चाहते हैं,उनके लिए उत्तराखण्ड में कई ऐसे होनहार किसान रोल मॉडल है,जो अकेले दम पर कृषि ही नहीं, पशुपालन,मत्स्यपालन आदि का भी कारोबार कर अच्छा खासा पैसा कमा रहे हैं,चौबट्टाखाल विधानसभा के अन्तर्गत एकेश्वर ब्लॉक के पुसोली गांव के कुलदीप भी ऐसा ही कुछ कर रहे हैं,उन्होंने करीब डेढ़ साल पहले गांव के लोगों से पचास नाली के आसपास बंजर भूमि एकत्रित करने के बाद उसे आबाद कर आर्गेनिक खेती का काम शुरू किया था,आज उनका कारोबार फल फूल रहा है और उनके उत्पाद घर से ही बिक जाते हैं,कुलदीप कोरोना संकट के चलते उत्तराखण्ड पहुंचे सभी युवा साथियों के लिए एक नजीर हैं,कि कैसे अपनी हिम्मत और मेहनत से विपरीत परिस्थितियों में भी खेती किसानी और अन्य कारोबारों से अपने गाँव-घर में ही अपने और अपने परिवार के लिये आमदनी का बेहतर जरिया बनाया जा सकता है,कुलदीप और चौबट्टाखाल के इस इलाके में कृषि क्रान्ति लाने के लिये प्रयासरत युवा अम्बेश पन्त से “जागो उत्तराखण्ड”की एक परिचर्चा