“जागो उत्तराखण्ड” की ख़बर का असर:पौड़ी के देवार गाँव के लकुवाग्रस्त विक्रम रावत को होमियोपैथी विभाग देगा वेतन..
अम्बेश पंत,जागो ब्यूरो रिपोर्ट :
पौड़ी के देवार गाँव में लकुवाग्रस्त विक्रम रावत को पिछले ढाई साल से वेतन न दिए जाने की खबर “जागो उत्तराखण्ड” पर प्रसारित करने के उपरांत समाज के कई जागरूक संवेदनशील व्यक्ति विक्रम रावत की मदद को आगे आए हैं,कोषागार संघ के प्रान्तीय अध्यक्ष यतिन शाह सबसे महत्वपूर्ण कड़ी साबित हुये, उन्होंने “जागो उत्तराखण्ड” को एक शासनादेश उपलब्ध कराया है,जिसके अनुसार सरकारी सेवा के दौरान अशक्त हुए कर्मचारी को रिटायरमेंट की आयु तक किसी अन्य बहुसंख्यक पद पर(जिसपर ज्यादा कार्यभार न हो) समायोजित करने और रिटायरमेंट की आयु तक वेतन दिए जाने का प्रावधान है,इसके बाद शासनादेश का हवाला देते हुये “जागो उत्तराखण्ड” कोर टीम सदस्य अम्बेश पन्त ने होम्योपैथी विभाग से संपर्क किया,जिसके बाद विभाग द्वारा विक्रम को अवशेष और भविष्य में वेतन भुगतान किये जाने की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है “जागो उत्तराखण्ड” आप सभी जागरूक संवेदनशील नागरिकों का आभार प्रकट करता है,कि आपके इस खबर को शेयर और लाइक करने और विक्रम रावत के परिवार को अपना मानवीय समर्थन देने की वजह से विक्रम के परिवार को फौरी वित्तीय राहत मिलती हुयी दिखाई देती है,”जागो उत्तराखण्ड” इस अवसर पर इस ख़बर को प्रमुखता से प्रसारित करने हेतु सहयोगी मीडिया नेटवर्क”मोजो भारत” और “उत्तराखण्ड भारत” के संपादक स्वप्निल श्रीवास्तव का भी आभार प्रकट करता है,जिनके सहयोग के बिना विक्रम रावत के प्रकरण में तत्काल विभागीय कार्यवाही होना सम्भव नहीं था,”जागो उत्तराखण्ड” कोर टीम सदस्य अम्बेश पन्त ने देवार गाँव जाकर विक्रम रावत के परिवार को होमियोपैथी विभाग द्वारा वेतन दिये जाने की ख़बर दी गयी,जिससे यह परिवार अब कुछ राहत महसूस कर रहा है,यह हम सभी की सामूहिक सफ़लता है,आइये एकजुट-एकमुट होकर जनसरोकारों की इस लड़ाई को और बड़े रूप में ले जाकर बड़ी जनसमस्याओं के समाधान का शंखनाद करें।