कई महीनों से वेतन न मिलने से आक्रोशित जल निगम के फील्ड कर्मचारियों का धरना..
जागो ब्यूरो विशेष:
गढ़वाल मण्डल के जल निगम फील्ड कर्मचारियों का कई माह से वेतन न मिलने,समय पर प्रमोशन न दिये जाने,समेत कई माँगो को लेकर मुख्य अभियन्ता गढ़वाल कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन जारी है,फील्ड कर्मचारियो ने बताया कि इस तरह की मांगो को लेकर उन्होंने पहले भी कई बार धरना प्रदर्शन किया,लेकिन हमेशा उच्चाधिकारियों द्वारा उनकी मांगों को अनदेखा किया गया है,इसलिये इस बार उन्होंने आर- पार की लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है,क्योंकि कई महीनों से वेतन नहीं मिलने से अब उन्हें बच्चों की स्कूल फीस और अन्य तरह के रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने में भी खासी दिक्कत आ रही है। साथ ही साथ उन्होंने यह भी बताया कि विभाग में छोटे कर्मचारियों की पदोन्नति भी नही की जाती,यन्हा तक कि एक फील्ड कर्मचारी तीस वर्ष की सेवा के बाद उसी पद से सेवानिवृत्त हो जाता हैं,जबकि अभियन्ता व अन्य संवर्ग के कर्मचारियों और अधिकारियों को बराबर प्रमोशन का लाभ मिलता है,उधर मुख्य अभियन्ता गढ़वाल सुभाष चौहान ने “जागो उत्तराखण्ड” को बताया कि निगम होने की वजह से विभाग द्वारा करवाये जाने वाले कार्यों से अर्जित सैनिटेज से कर्मचारियों का वेतन निकल पाता है,लेकिन यहसैनिटेज,कर्मचारियों के वेतन और पेंशन के लिये पर्याप्त नहीं हो पाता,जिससे इस तरह की समस्या बनी हुयी है,समझ नहीं आता कि पेयजल जैसे सामाजिक जिम्मेदारी वाले विभाग के कर्मचारियों को वेतन,पेंशन आदि के लिये विभाग द्वारा अर्जित सैनिटेज पर निर्भर कर,क्यों प्रताड़ित किया जा रहा है?काँग्रेस और भाजपा जैसे राष्ट्रीय दलों ने कर्मचारियों के इस संवेदनशील मुद्दे को कभी भी अपने चुनावी घोषणापत्र में शामिल नहीं किया,अब जब 2022 में उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनाव होने है तो आम आदमी पार्टी और यूकेडी जैसे दल इस मुद्दे को अपने चुनावी घोषणापत्र में शामिल कर इन शोषित कर्मचारियों का साथ पा कर 2022 की चुनावी जंग में अपनी राह आसान कर सकते हैं।