सहकारिता मन्त्री धन सिंह की विधानसभा में “जलागम” और “वरदान” ने मिलकर मौन पालन के नाम पर किसानों से किया धोखा!
जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
पौड़ी जिले के श्रीनगर विधानसभा जो कि सह- कारिता मन्त्री डॉ धन सिंह रावत की विधानसभा है के पाबौ ब्लाक के उल्ली,मरोड़ा,बिडोली पसीणां आदि ग्रामसभाओं में एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना के अंतर्गत संचालित आजीविका संघ “मौलयार”के किसानों के साथ जलागम विभाग द्वारा आजीविका संवर्धन के नाम पर उनके हिस्से के लाखों रुपये डकारने का आरोप है ,किसानों का आरोप है कि आईएलएसपी के उपपरियोजना निदेशक और तकनीकी संस्था “वरदान” द्वारा मधुमक्खी पालन के नाम पर प्रत्येक किसान से हज़ारों रुपये यह कह कर ले लिये गये कि उनको लाखों रुपयों की आमदनी होगी!सीधे-साधे ग्रामीण किसानों ने झांसे में आकर इसके लिये पैसे भी दे दिये,जिसके एवज में उनको घटिया किस्म के मौन पालन बॉक्स दिये गये।ग्रामीणों का आरोप है जितना भी पैसे उन्होंने काश्तकारी में कमाया था,सारा पैसा ये लोग ले गये और कई बार शिकायत करने के बाद उन्हें सिर्फ झूठा आश्वासन ही दिया जा रहा है। किसानों द्वारा बताया जा रहा है कि, उपपरियोजना निदेशक द्वारा मौन पालन का कार्य “वरदान” नाम की तकनीकी संस्था को दिया गया तथा साथ में किसानों को मौन पालन के संवर्द्धन ओर संरक्षण संबंधी जानकारी देने हेतु प्रत्येक माह किसानों को प्रशिक्षण देने की बात कही गयी। जिससे किसानों ने विभाग पर भरोसा कर लिया, लेकिन बाक्स लगने के बाद ना तो कोई इन्हें प्रशिक्षण देने पहुँचा और न ही किसानों की कोई सुध ली गयी,नतीजा यह हुआ कि मौन पालन के लिये विभाग द्वारा दी गयी ममधुमक्खियाँ भी मर गयी और किसानों का सारा पैसा डूब गया,लाख हाथ-पैर मारने तथा विभाग के कई चक्कर काटने के बाद भी किसानों को उनके मुवावजे का पैसा वापस नहीं मिल पाया है,एक ओर जँहा सहकारिता मन्त्री डॉ धन सिंह रावत किसानों की आय को बढ़ाने के लिए भारत सरकार की योजनाओं को लागू कर रहे हैं,वहीं विभाग इन मासूम किसानों को नई-नई योजनाओं के नाम पर घटिया उपकरण उनसे सीधे-सीधे ठगी कर रहा है, परेशान और दुखी स्थानीय किसानों पूरण सिंह, सिंह, महिपाल सिंह आदि ने अब सरकार से विभाग द्वारा उनको मुआवजा दिलवाने की फ़रियाद की है।