पौड़ी गढ़वाल के मूल निवासी जस्टिस सुधांशु धूलिया बने सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश..
जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
पौड़ी गढ़वाल के मूल निवासी जस्टिस सुधांशु धुलिया,पौड़ी सुप्रीम कोर्ट में जज बनने वाले उत्तराखण्ड के गढ़वाल क्षेत्र के व्यक्ति हैं।जस्टिस सुधांशु धूलिया को सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया है। 1960 में जन्में 62 वर्षीय जस्टिस धूलिया इससे पहले गुवाहाटी हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और उससे पहले नैनीताल हाई कोर्ट के न्यायाधीश रह चुके हैं।मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल जिले के गाँव मदनपुर,पट्टी लंगूर,मल्ला निवासी जस्टिस धूलिया ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में कई वर्षों तक वकालत की।जस्टिस धूलिया के पिता और दादा प्रतिष्ठित विद्वान रहे हैं। पिता केशवचंद्र धूलिया जी इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश रहे। 1985 में न्यायाधीश पद पर रहने के दौरान ही उनकी मृत्यु हुई थी। वह एक लेखक के रूप में भी जाने गए। कर्मभूमि पत्रिका में वे दिव्य चक्षु नाम से लिखा करते थे। केशव चंद्र धूलिया जी के पिता और सुधांशु धूलिया जी के दादा भैरवदत्त धूलिया जी स्वतंत्रता सेनानी,पत्रकार और लेखक रहे। कर्मभूमि पत्रिका का उन्होंने संपादन किया। “कुली बेगार” और “भारत छोड़ो” आंदोलन में शामिल रहे और सात वर्ष की जेल की सजा मिली। आजादी के बाद वह उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए।गढ़वाल क्षेत्र से उच्च न्यायालय के जज पद पर पूर्व में तीन या चार न्यायविद पहुंचे हैं। जिनमें विजय बहुगुणा जी, तारा दत्त उनियाल जी एवं जेपी सेमवाल जी भी शामिल हैं। अब सुप्रीम कोर्ट के जज तक पहुंचने वाले सुधांशु धूलिया गढ़वाल क्षेत्र के पहले निवासी बन गए हैं। जस्टिस धूलिया जी को “जागो उत्तराखण्ड” की तरफ़ से हार्दिक शुभकामनाएं।