स्व.विधायक मंद्रवाल की आत्मा वर्तमान विधायक मुकेश कोली से पूछे चंद मौन सवाल!
जागो ब्यूरो विशेष:
पिछले दिनों पौड़ी विधानसभा से 2012 से 2017 तक काँग्रेस सरकार में विधायक रहे,वयोवृद्ध गाँधीवादी नेता सुन्दरलाल मंद्रवाल का 86 वर्ष की उम्र में निधन हो गया,मन्द्रवाल 2002 से 2007 तक श्रीनगर विधानसभा से भी विधायक रहे,इसके अलावा काँग्रेस सरकार में आपने सभापति एससी-एसटी आयोग, प्रदेश उपाध्यक्ष,सलाहकार मुख्यमंत्री,सभापति आवास विकास समिति/सलाहकार समाज कल्याण/सलाहकार राज्य संपति विभाग आदि जैसे महत्वपूर्ण पदों का भी ईमानदारी से निर्वहन किया,आज वे इस दुनिया में नहीं हैं,लेकिन पौड़ी जिला अस्पताल में डॉक्टरों और सुविधाओं की कमी को लेकर जिस तरह उन्होंने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाये थे,वो काबिले तारीफ़ था!मौजूदा बीजेपी विधायक मुकेश कोली के दौर में इस अस्पताल को चलाने में असमर्थता व्यक्त करते हुये हाथ खड़ा करते हुये डबल इंजन सरकार इसे पीपीपी मोड में महन्त इन्द्रेश अस्पताल को दे रही है,जिसके चलते ग़रीब मरीजों का आर्थिक शोषण होना तय है,लेकिन मौजूदा विधायक मुकेश कोली में इतनी हिम्मत नहींदम कि वे अपनी सरकार के इस जनविरोधी फैसले पर उंगली तक उठा सकें!दूसरी ओर एक दशक से कभी निर्माण पूरा न होने की जैसे कसम खाये,पौड़ी के बस अड्डे की हालत ये है कि कभी उसके कालम खड़े होते हैं,तो कभी उसकी छत पड़ने का बीजेपी जश्न जरूर मनाती है,लेकिन उसे पूरा करवाने को पूरा फण्ड तक रिलीज़ नहीं करती और तो और डबल इंजन सरकार अभी तक नये कलेक्ट्रेट भवन को भी पूरा करवाकर वँहा अधिकारियों को बैठा तक नहीं सकी है!और सुनिये पूर्व मुख़्यमंत्री निःशंक के दौर में पुरानी जेल को म्यूजियम बनाने की घोषणा,इस हेरिटेज इमारत को खंडहर और झाड़ियों के बीच आवारा जानवरों का आशियाना जरूर बनवा चुकी है!सड़कों में पैच वर्क करवाना इस शहर में विकास का पैमाना बन चुका है,स्व.मन्द्रवाल के द्वारा विधायक निधि से भेंट किये गये वाहन में कूड़ा ढोने वाली नगरपालिका भी अभी तक कूड़ा निस्तारण हेतु सही स्थान तक नहीं ढूंढ पायी है,ऐसे में उनके पीआरओ रहे विजय रतूडी,जो कि गढ़वाल विश्वविद्यालय पौड़ी परिसर के पूर्व छात्रसंघ प्रतिनिधि और वर्तमान में प्रदेश सचिव ओबीसी कांग्रेस प्रकोष्ट भी हैं,स्व. मन्द्रवाल के कार्यकाल में किये गये कार्यों का उल्लेख करते हुये उन्हें श्रद्धांजलि देते हुये,एक तरह से परोक्ष रूप से स्व.मन्द्रवाल आत्मा द्वारा मौजूदा डबल इंजन विधायक मुकेश कोली की कार्यशैली और कभी स्व. मन्द्रवाल के इर्द गिर्द मंडराने वाले लोगों,जो कि अब सत्तारूढ दल बीजेपी में शिफ्ट हो चुके हैं,से मौन सवाल पूछती है!कि क्या बिना नौटंकी-धकोसलाबाजी के चुपचाप अपना काम करने वाले सरल व्यक्तिव के धनी,गाँधीवादी विधायक स्व. सुन्दरलाल मन्द्रवाल,पौड़ी के लिये बेहतर विधायक साबित नहीं हुये थे ?