सुदूर पहाड़ के छोटे से बाजार नौगाँवखाल में खुला मॉल और सुपरमार्केट!
जागो ब्यूरो विशेष:
उत्तराखण्ड के पहाड़ी इलाकों से कई साल पहले नौकरी और सुख सुविधाओं की तलाश में भारी संख्या में लोग मैदानी इलाकों में चले गए हों,लेकिन आज पहाड़ की कीमत सब पहचानने लगे हैं,कोरोना बीमारी ने अच्छे खासे पैसे वाले लोगों को जान बचाने को पहाड़ों की ओर वापस आने को मजबूर कर दिया है,तो कई हमारे पहाड़ी भाई जो मैदानी इलाकों में छोटी मोटी नौकरियों में थे,अपनी नौकरी गंवा कर पहाड़ों का रुख कर रहे हैं,अभी कुछ समय पहले पौड़ी जनपद के चौबट्टाखाल विधानसभा के छोटे से बाजार नौगांवखाल में पूर्व सैनिक शाकम्भर रावत जी ने एक सुपर सुपरमार्केट या मॉल खोल दिया है,यहां पर पहाड़ी उत्पादों कोदा, झंगोरा,स्थानीय दालों, स्थानीय सब्जियों, मशरूम आदि को भी मार्केट किया जा रहा है,इसके अलावा सभी प्रकार के ब्रांडेड सामान भी यंहा उपलब्ध है,जिसमें प्रतिदिन प्रतिदिन प्रयोग होने वाले ग्रॉसरी आइटम्स,इलेक्ट्रॉनिक सामान,ब्रांडेड जूते और कपड़े आदि शामिल हैं,जिनको खरीदने नौगांवखाल के आसपास से ही नहीं पौड़ी शहर और दूरदराज के लोग भी यंहा पहुंच रहे हैं,पहाड़ी इलाकों में खुला अपने तरह का यह पहला सुपरमार्केट या मॉल है, “जागो उत्तराखण्ड” ने सुपरमार्केट /मॉल के मालिक शाकम्भर रावत जी से बातचीत की और जाना कि क्यों उन्होंने पहाड़ी इलाके में इतना बड़ा इन्वेस्टमेंट कर सुपर मार्केट या मॉल खोला है,निश्चित रूप से मौजूदा समय पहाड़ों के “अच्छे दिनों” का है,जब पहाड़ों के खेतों और मकानों को छोड़कर उत्तराखण्ड से बाहर गये लोग अपने गाँव वापस आकर आज अपने बंजर पड़े खेतों को आबाद कर रहे हैं,गाँव के खण्डहर पड़े मकान आबाद हो रहे हैं और यहां के छोटे-छोटे बाजारों में बड़े शहरों की तरह सुपरमार्केट और मॉल भी खुल रहे हैं,किसी ने ठीक ही कहा है कि कूड़ा भी एक दिन सड़ कर खाद बन जाता है ,ये तो अपना खूबसूरत पहाड़ है जो हमेशा स्वर्ग ही था,बस इसे नजरंदाज कर बुरा बना दिया गया था!