रिलायन्स चेयरमैन मुकेश अम्बानी की पत्नी नीता बीएचयू में पढ़ायेंगी सोशियल साइंस!धन कुबेरों की ख़र्चीली बीबीयों का बीएचयू में क्या काम?..
जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
लखनऊ से प्रकाशित एक अख़बार के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुयी है कि रिलायन्स ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अम्बानी की पत्नी नीता अम्बानी को बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के सोशियल साइंस विभाग में विजिटिंग प्रोफ़ेसर बनाया गया है,विभाग की दलील है कि क्योंकि नीता के नेतृत्व में रिलायंस फाउंडेशन महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में काफ़ी काम कर रहा है,इसलिये नीता विभाग की छात्राओं के लिये फ़ायदेमंद हो सहती हैं,उल्लेखनीय है कि बनारस प्रधानमन्त्री मोदी का संसदीय क्षेत्र है,बीएचयू के सोशियल साइंस विभाग का ये कदम पीएम के नज़दीकी से दोस्ती कर अपने सांसद और प्रधानमन्त्री से नजदीकी बढ़ाने का नाजायज प्रयास लगता है!नीता बच्चों को फ़्री में पढ़ायें और छात्राओं के प्लेसमेंट का ज़िम्मा भी लें तो बात हज़म हो सकती है,नहीं तो धन कुबेरों की इन खर्चीली बीबियों का बीएचयू में कोई जगह नहीं बनती,अगर वेतन ले रहीं हैं या विश्वविद्यालय से उनको कुछ भी भुगतान हो रहा तो इसे बेरोजगारों का हक़ मारना ही कहा जायेगा!ख़बर के अनुसार अडानी की पत्नी प्रीति अडानी और यू एस बेस्ड उद्योगपति लक्ष्मी मित्तल की पत्नी ऊषा मित्तल को भी ऐसा ही प्रस्ताव भेजा गया है।
विश्वविद्यालय के छात्रों ने सोशियल साइंस विभाग का विरोध दर्ज करते हुये कुलपति राकेश भटनागर से मुलाक़ात कर कहा कि उद्योगपतियों की बीबियां उनका आदर्श नहीं हो सकती,अगर विश्वविधालय छात्र-छात्राओं को महिला सशक्तिकरण का कोई पाठ पढ़वाना चाहता है,तो क्यों नहीं बछेंद्री पाल,अरुणिमा सिंह,किरण बेदी,मेरीकॉम आदि जैसी महिला सशक्तिकरण की मिशाल शख्सियतों से पढ़वाता!