मनरेगा कार्य की जाँच को पहुंची लोकपाल की टीम!..
सुदीप कपरवान,जागो ब्यूरो यमकेश्वर:
पौड़ी जनपद की यमकेश्वर विधानसभा के
विकास खंड यमकेश्वर के फल्दाकोट मल्ला गाँव में मनरेगा के तहत कार्यों के नाम पर हुए घोटाले की जाँच के लिये आज यँहा लोकपाल टीम निरीक्षण करने पहुंची। टीम ने मनरेगा के जॉब कार्ड धारकों से पूछताछ करते हुए कार्यों का भौतिक सत्यापन किया। इस दौरान कार्यों में बिना मजूदरी करने वाले मजदूरों को भी पैसे मिलने का मामला सामने आया। टीम ने गाँव में मनरेगा के तहत कार्यों की मौके पर जाँच पड़ताल करते हुए रिपोर्ट शासन को भेजने की बात कही।गाँव फल्दाकोट मल्ला में मनरेगा के तहत कार्यों में घोटाले की शिकायत अनीश कंडवाल ने केंद्रीय सतर्कता आयोग से की थी। जिसके बाद जाँच के लिए मनरेगा लोकपाल की टीम आज शनिवार को फल्दाकोट मल्ला गाँव में पहुंची और कार्यों का भौतिक सत्यापन किया। ग्रामीणों ने जाँच टीम को बताया कि गाँव में मनरेगा के नाम पर लाखों रुपयों की बंदरबाट की गई है। इसके तहत ऐसे लोगों से मजदूरी करना दर्शाया गया, जो पिछले कई वर्षों से बीमारी के चलते चारपाई पर हैं। वर्ष 2013 से यह मामले सामने आए हैं,जाँच में ग्रामीण रविन्द्र कुमार एवं दर्शलनाल के फर्जी हस्ताक्षर पाए गए।मनरेगा मस्टरोल के आधार पर कई और मामले भी जाँच में सामने आए, जिनमें अनियमितता पाई गई। ग्रामीण जाँच टीम को ग्राम भेलड़ूंगा में खड़ंजा मार्ग एवं कंडवाल गाँव के खेल मैदान दिखाने भी ले गए।जाँच के दौरान ग्राम प्रधानों द्वारा मनरेगा में चहेतों को नियम विरूद्घ मजदूरी देने का मामला भी सामने आया,वहीं जाँच टीम ने भी मौके पर पूर्व ग्राम प्रधान पदमा देवी,पत्नी बालम सिंह के ना पहुंचने और सहयोग नहीं देने पर असंतोष व्यक्त किया। मनरेगा जाँच टीम के लोकपाल अरुण कुकशाल ने बताया कि मनरेगा के तहत ग्राम पंचायत में हुए कार्यों का भौतिक सत्यापन किया गया। इसके बाद बयान लेकर जाँच रिपोर्ट जिलाधिकारी व शासन को भेजी जाएगी। यदि मामले में अनियमितता पाई जाती है तो एफआईआर और रिकवरी की कार्रवाई की जाएगी।शिकायत कर्ता अनीश कंडवाल ने बताया कि वे इस बड़े भ्रष्टाचार में न्याय प्राप्ति हेतु उत्तराखण्ड के उच्च न्यायालय में जनहित याचिका भी दाखिल करने जा रहे हैं। इस मामले में खण्ड विकास अधिकारी यमकेश्वर दृष्टि आनंद से फोन पर सम्पर्क करने पर,उनके द्वारा फोन नही उठाया गया।