“सब्बि धाणी देहरादून
हुणि खाणी देहरादून”..
की चपेट में आया पौड़ी पुलिस का बेरीकेट!
शिवा भारद्वाज,जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
ज़ब पलायन आयोग के अधिकारी ही पौड़ी से पलायन कर जांय,तो यह बेचारी बेरीकेट कब तक सुविधाओ के अभाव में पौड़ी की ठंड में दम तोड़ती! प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है ज़ब इस बेरीकेट को ट्रक पर जबरन लादा जा रहा था,तब बेरीकेट की आँखों मै आँसू बह रहे थे!बेरीकेट लाख मिन्नते कर रही थी की मुझे मेरी पौड़ी से ना हटाओ।मैं पौड़ी की हूँ प्लीज मुझे पौड़ी में ही रहने दो!अब बेचारी देहरादून की सड़को धूल फांक रही है,प्रदूषण और जाम के बीच दम घुटवाने को मजबूर है!आते जाते नेताओं और अधिकारियो की गाड़ियों से मिन्नते कर रही है कि मुझे मेरे पौड़ी शहर वापस भेज दो!चाहे वहाँ बस अड्डा ना बनाओ,चाहे वहाँ के अस्पताल को पीपीपी मोड में दे दो,लेकिन मुझे मेरे अपनों के बीच छोड़ दो,मेरी सांसे यँहा उखड़ जायेंगी और यँहा के घण्टाघर के पास स्मार्ट सिटी की गर्द में मेरी “पौड़ी” की पहचान भी मिट जायेगी!