हरिद्वार । जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रुड़की के सभागार में मुख्य शिक्षा अधिकारी डॉ0आनंद भारद्वाज एवं डाइट के प्राचार्य डीएल शाह ने मेरा घर-मेरा स्कूल कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जहां एक और करोना कॉल में स्कूल बंद चल रहे हैं, अनेक सरकारी एवं प्राइवेट स्कूलों द्वारा ऑनलाइन शिक्षण प्रारंभ किया गया है,जनपद हरिद्वार में किए गए सर्वे में यह तथ्य उजागर हुआ है कि केवल 18 परसेंट बच्चों को ऑनलाइन शिक्षण की सुविधा उपलब्ध हो पा रही है। अनेक बच्चों के पास स्मार्टफोन नहीं है यदि फोन भी है,तो आर्थिक तंगी के कारण उसका नेट रिचार्ज नहीं करा पा रहे हैं।
जनपद हरिद्वार के सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले एक लाख 12 हजार 500 बच्चों में से अधिकांश बच्चे ऐसे हैं जिन्हें ऑनलाइन शिक्षण का लाभ नहीं मिल पा रहा है ,इसके लिए मुख्य शिक्षा अधिकारी हरिद्वार द्वारा एक प्रोग्राम एनएसएस के सहयोग से प्रारंभ किया गया। एनएसएस के सहयोग से प्रारंभ इस प्रोग्राम के अंतर्गत राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक छात्र छात्राओं को 5, 6 बच्चे आवंटित किए गए । इन स्वयंसेवकों के द्वारा पहली स्टेज में ब्लॉक खानपुर में 2300 ऐसे बच्चों का शिक्षण कार्य किया गया जिन्हें ऑनलाइन शिक्षण की सुविधा उपलब्ध नहीं थी।बताते चलें कार्यक्रम की गुणवत्ता और क्रियान्वयन पर ध्यान रखने के लिए डाइट रुड़की के वरिष्ठ प्रवक्ता डॉ राजीव आर्य एवं डॉक्टर सरस्वती पुंडीर को नामित किया गया है जनपद स्तर पर बनाई गई कोर कमेटी में मुख्य शिक्षा अधिकारी डाइट प्राचार्य सभी उप शिक्षा अधिकारी सभी बीआरसी समन्वयक तथा एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी हैं रूम टू रीड संस्था के डिस्टिक कोऑर्डिनेटर श्री आशु सैनी कोर कमेटी में विशेष आमंत्रित सदस्य हैं वह दिन दूर नहीं जब जनपद हरिद्वार के प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययन कर रहे सभी बच्चों के घरों तक राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक घर पहुंचकर 5, 6 के समूह बनाकर बच्चों के घर पर ही शिक्षण कार्य करवाएंगे इन छोटे-छोटे समूहों में सोशल डिस्टेंसिंग एवं सैनिटाइजेशन तथा मस्क के उपयोग का विशेष ध्यान रखा जाएगा।