पौड़ी में गौ सेवा में जुटे रिटायर्ड शिक्षक दम्पति ने सीएम राहत कोष में दिये दो लाख..
भगवान सिंह,जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
कोरोना महामारी से लड़ने के लिए समाज के सभी जागरूक लोग आगे आ रहे हैं और इसमें अग्रणी भूमिका अदा कर रहे हैं समाज के शिक्षक वर्ग के लोग व बुद्धिजीवी,जिससे यह साबित होता है के एक बुद्धिजीवी ही समाज का सही ढंग से प्रतिनिधित्व कर सकता है,आपदा की इस घड़ी में पौड़ी ब्लॉक के निकट निवास कर रहे बुज़ुर्ग शिक्षक दम्पति यशवन्त सिंह नेगी,81 वर्ष और उनकी 69 वर्षीय पत्नी चंपा नेगी ने अपनी पेंशन धनराशि में से एक-एक लाख रुपये के चेक पौड़ी के जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल को सौंपे हैं,दम्पति ने यह राशि मुख्यमन्त्री राहत कोष में कोरोना संकट से लड़ने और गरीब एवं लाचार लोगों की मदद के लिये दी है,बुजुर्ग नेगी दम्पति पूरे इलाके में पूर्व से ही गौ सेवा के कारण भी चर्चा में रहा है,क्योंकि इन्होंने अपने बहुमंजिला मकान को किराये पर देने या अन्य कोई व्यावसायिक उपयोग करने के बजाय,निराश्रित गायों को भी आश्रय देने को समर्पित किया हुआ है, हैरानी है कि इनके बहुमंजिला मकान में गाय सीढ़ियां भी चढ़ जाती हैं और वंही पर रहती हैं,आज भी इनके घर के पास निराश्रित गौवंश का जमावड़ा रहता है क्योंकि दम्पति वृद्धावस्था और ख़राब स्वास्थ्य के बाबजूद इन्हें चारा-पानी देने में कोई कसर नहीं छोड़ते, इस बुजुर्ग दम्पति की तीनों बालिकाओं का विवाह हो चुका है और यह दोनों दम्पति अकेले ही पौड़ी में निवास करते हैं,यशवन्त सिंह नेगी,कल्जीखाल इण्टर कॉलेज से लंबी सेवा के बाद प्रधानाचार्य के पद से रिटायर हुये,जबकि उनकी पत्नी श्रीमती चम्पा नेगी जीजीआईसी एकेश्वर से प्रधानाचार्य के पद से रिटायर हुयी हैं,दोनों बुजुर्ग शिक्षक दम्पति ने कोरोना महामारी से मानवता पर संकट की इस घड़ी में बड़ी धनराशि की मदद कर शिक्षकों को एक बार फिर समाज में अग्रणी लाकर खड़ा कर दिया है इससे पूर्व पौड़ी के ही सकलानन्द गुरुजी ने अपनी एकमाह की तनख्वाह भी सीएम राहत कोष में दान की थी,पौड़ी के बुजुर्ग नेगी शिक्षक दम्पति को “जागो उत्तराखण्ड” की ओर से शत-शत नमन..