टिहरीः वीरभूमि उत्तराखंड में टिहरी आज उस वक्त शोक में डूब गई। जब नागालैंड में कम उम्र में शहीद हुए गौतम लाल का अलकनंदा नदी के किनारे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। सभी ने भारत माता की जय के नारे लगाए। इस मौके पर शहीद गौतम के पिता रमेश लाल ने नम आंखों से कहा कि बेटे के जाने का गम तो है, लेकिन बेटे की शहादत पर उनका सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। उन्होंने सेना के अधिकारियों से बात करते हुए अपने दूसरे बेटे को भी सेना में भेजने की इच्छा जाहिर की। उन्होंने कहा कि वह अपने बेटे को सेना में भेजकर देश सेवा करना चाहते हैं। वहीं शहीद की अंतिम विदाई में जन सैलाब उमड़ पड़ा। पूरा गांव रो पड़ा।
बता दें कि शहीद गौतम लाल का पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचने पर अंतिम दर्शन के लिए गांव में भारी भीड़ उमड़ी। जैसे ही तिरंगे में लिपटा शहीद गौतम लाल का पार्थिव शरीर गांव लाया गया तो पूरा गांव रो पड़ा। इस दौरान पूरा माहौल गमगीन हो गया। शहीद गौतम लाल के लिए सभी की आंखों से आंसू निकले तो उनकी शहादत पर गर्व भी महसूस कर रहे थे। शहीद के अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों का तांता लगा रहा।
इस मौके पर पूर्व मंत्री, मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि शहीद गौतम का बलिदान हमेशा याद रहेगा और गौतम लाल हम सब के दिलों में अमर रहेंगे। इस मौके पर क्षेत्रीय विधायक विनोद कंडारी ने कहा कि शहीद गौतम लाल के लिए मुझे बहुत दुःख है। उन्होंने कहा कि वो मुख्यमंत्री से मिलेंगे और अस्पताल का नाम गौतम लाल के नाम पर रखा जाएगा। साथ ही शहीद सैनिकों के परिवार के साथ हमेशा खड़े रहेंगे।