शहीद सम्मान यात्रा कार्यक्रम के अवसर पर केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री मंत्री अजय भट्ट एवं प्रदेश सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी पहुँचे पौड़ी!
जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
प्रदेश में चलाई जा रही शहीद सम्मान यात्रा के अवसर पर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट व सैनिक कल्याण मंत्री उत्तराखण्ड गणेश जोशी पौड़ी के गाँधी मैदान पंहुचे, आपको बता दें,जनपद के शहीदों के आँगन से पवित्र मिट्टी को 151 कलशों में एकत्रित कर पौड़ी लाया गया है,जिसे भव्य सैन्यधाम निर्माण के लिए देहरादून ले जाया जायेगा,केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री मंत्री अजय भट्ट एवं प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने पवित्र मिट्टी कलश के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर श्रद्धांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया,आयोजित कार्यक्रम में स्थानीय विधायक मुकेश कोली,जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ विजय कुमार जोगदण्डे,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी. रेणुका देवी, मेजर(से.नि.) करण सिंह सहित अन्य गणमान्यों ने प्रतिभाग किया,गांधी मैदान नगर पालिका पौड़ी में आयोजित ‘शहीद सम्मान यात्रा‘ कार्यक्रम के अवसर पर शहीदों के परिजनों को ताम्रपत्र व शॉल देकर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में पर्वतीय रंगमंच के कलाकारों ने रंगारंग प्रस्तुति भी दी तथा छोटे बच्चों ने देश भक्ति गीत गाकर सभी को भाव विभोर किया।इस अवसर पर केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारों के अनुसार उत्तराखण्ड में पांचवां धाम सैन्य धाम बनाया जा रहा है, जिसके लिए प्रदेश के शहीदों के आंगन की पवित्र मिट्टी को एकत्र कर देहरादून ले जाया जाएगा। सैन्य धाम में सभी शहीदों के नाम अंकित किये जाएंगें,देश की सीमाओं की रक्षा कैसे करनी है,प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमने जाना है,साथ ही उन्होंने कहा कि यहां उपस्थित वीरांगनाएं जिन्होंने अपने पति,बेटों को खोया है,आज निश्चित तौर पर गौरवान्वित महसूस कर रही होंगी,उन्होंने कहा कि शहीद किसी एक का नहीं पूरे देश का है,इसी परिकल्पना को प्रधानमंत्री मोदी जी ने जाना,पहले सीमाओं पर वीर शहीद होते थे,लेकिन उनका पार्थिव शरीर घर नहीं आता था,अटल जी ने सैनिकों के सम्मान को जाना और कारगिल युद्ध के बाद सैनिकों के पार्थिव शरीर को ससम्मान राष्ट्रीय ध्वज में घर लाया जाता है तथा पूरे सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाती है, जिस प्रकार अमर जवान ज्योति में सैनिकों के नाम दर्ज हैं उसी प्रकार देहरादून में भी सैन्यधाम में प्रदेश की शहीद सैनिकों के नाम दर्ज किए जाएंगे।इस अवसर पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि उत्तराखंड वीरभूमि है,कोई भी युद्ध हो उसमें उत्तराखंड का सैनिक जरूर होता है ,उन्होंने कहा कि देश की सेना में हर पांचवां सैनिक उत्तराखंड का निवासी है।शहीदों का सम्मान करना हर देशवासी का कर्तव्य है और सरकार सैनिकों का सम्मान करना जानती है,कारगिल युद्ध के बाद पहली बार सैनिकों के पार्थिव शरीर को तिरंगे झंडे में उनके परिजनों तक पहुंचाया गया,साथ ही शहीदों के परिजनों को पेट्रोल पंप व गैस एजेंसी दी जाने लगी,उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भी सैनिक पुत्र है,उन्होंने द्वितीय विश्वयुद्ध के सैनिकों की पेंशन को दस हजार किया है,साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि शहीद के परिजनों को योग्यता के अनुसार नौकरी भी दी जाएगी।उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा शहीदों के नाम पर सड़कों का नामकरण किया जा रहा है,साथ ही सरकार द्वारा सैनिकों की समस्याओं का समाधान करने के लिए एक विशेष अधिकारी नामित किया है।लंबे दशक से सैनिकों की मांग वन रैंक वन पेंशन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरा किया है,साथ ही प्रदेश में सैनिक विश्राम गृह को अत्याधुनिक किया जा रहा है,आपको बता दें शहीद सम्मान यात्रा जो पूरे प्रदेश में चल रही है,उसका समापन 7 दिसंबर को देहरादून में किया जाएगा और भव्य सैन्य धाम बनाया जाएगा, जिसमें प्रदेश के सभी शहीद सैनिकों के नाम अंकित किये जायेंगे।इस अवसर पर विभागीय स्टॉल भी लगाए गए जिनमें विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से संबंधित जानकारी उपलब्ध करायी गयी।इस अवसर पर पूर्व भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष महावीर सिंह नेगी,नगर महामंत्री अनूप देवरानी, सांसद प्रतिनिधि शैलेन्द्र नौटियाल,खण्ड विकास अधिकारी पौड़ी प्रवीण भट्ट, नगर पालिका ईओ प्रदीप बिष्ट,सहायक समाज कल्याण अधिकारी अनिल सेमवाल सहित पूर्व सैनिक,एनसीसी के छात्र व स्थानीय निवासी उपस्थित रहे,जबकि मंच का संचालन योगम्बर पोली ने किया।