टिहरी पुलिस के वर्दी वाले गुण्डे सुन्दरम शर्मा के अपराधों की श्रृंखला:
2- सुन्दरम द्वारा मेडिकल इमरजेंसी पास बनाने से रोकने पर बुज़ुर्ग को पड़ा पैरालिटिक अटैक..
गौरव तिवारी,जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
जब से चम्बा के कोतवाल सुंदरम शर्मा के आम जनता से अत्याचारों के खिलाफ “जागो उत्तराखण्ड”ने बिगुल बजाया है, तब से रोज लोग अपनी आप बीती “जागो उत्तराखण्ड” को बता रहे हैं,आज हम आपको बता रहे हैं एक ऐसा किस्सा जिसे देख कर आपका दिल पसीज जायेगा! जहां आजकल पुलिस के कई मानवीय चेहरे सामने आ रहे हैं वहीं इस कोरोना काल में कोतवाल चम्बा सुन्दरम शर्मा के जुल्मों का शिकार हुआ एक व्यक्ति आज जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है,मामला चम्बा की मसूरी रोड में रहने वाले गोपाल उनियाल के बुजुर्ग पिता जो कि चम्बा के बहुत पुराने व्यापारी हैं, से सम्बंधित है,उनका लगभग डेढ़ महीने पहले जॉलीग्रांट हॉस्पिटल में ट्यूमर का ऑपरेशन हुआ था, डॉक्टरों द्वारा उनको दोबारा जाँच के लिए तीन मई को देहरादून बुलाया गया था,जब वो अपने पिता को डॉक्टर को दिखाने के लिये उन्होंने ई-पास के लिए आवेदन किया,मेडिकल इमरजेंसी की वजह से वे स्वयं न्यू टिहरी उपजिलाधिकारी कार्यालय जा कर अपने पिता को हॉस्पिटल ले जाने के लिए पास लेना चाहते थे, परन्तु उनको चम्बा पुलिस द्वारा चम्बा से बाहर ही नहीं निकलने दिया गया,बैरियर पर ड्यूटी करने वाले पुलिस कर्मचारियों ने बताया कि उनको कोतवाल चम्बा द्वारा सख्त निर्देश हैं कि किसी को भी नहीं जाने दिया जाय,ज्यादा तबीयत खराब होने पर वो अपने पिता को किसी तरह से जॉलीग्रांट हॉस्पिटल तो ले लाये पर तब तक देर हो चुकी थी, उनको पैरालिसिस का अटैक आ गया, जिससे कि वो आज जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं,कुछ दिन पूर्व कोतवाल चम्बा सुंदरम शर्मा की एक वीडियो वायरल भी हुआ था,जिसमें वो कहते सुनाई दे रहे हैं कि पास क्या होता है? इसका मतलब ये कि वे उपजिलाधिकारी महोदय द्वारा निर्गत किये पास को भी नहीं मानते !आज जब “जागो उत्तराखण्ड ने विधायक टिहरी धन सिह नेगी को सुन्दरम के आतंक के वायरल वीडियो के बारे में जानकारी करना चाही,तो वो ख़ुद को सुंदरम की हरकतों से अनभिज्ञ बताने लगे,सवाल ये कि विधायक को अपनी ही जनता के उत्पीड़न की चिन्ता नहीं तो मतलब साफ़ है कि सुन्दरम बिना राजनीतिक संरक्षण के लगातार गुण्डागर्दी नहीं कर रहा!