
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार पुष्कर सिंह धामी के पास 3.34 करोड़ की संपत्ति, तो सतपाल महाराज के पास 87.34 करोड़ की संपत्ति है। जबकि रेखा आर्य के पास 25.20 करोड़ की संपत्ति है तो वहीं
गणेश जोशी के पास 9.74 करोड़ की संपत्ति है। बात अगर पहली बार मंत्री बने सौरभ बहुगुणा की करें तो इनके पास 7.85 करोड़ की संपत्ति है। वहीं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल 5.03 करोड़ की संपत्ति के मालिक है। जबकि डॉ.धन सिंह रावत के पास 2.67 करोड़ की संपत्ति है। सुबोध उनियाल के पास 1.61 करोड़ की संपत्ति है तो वहीं चंदनराम दास 1.24 करोड़ की संपत्ति के मालिक है। इन विधायकों की संपत्ति का ब्योरा देख जनता को इनसे उम्मीद है कि ये जनता के हित में कार्य करेंगे।गौरतलब है कि करोड़पति कैबिनेट के सामने सबसे बड़ी चुनौती राज्य के आर्थिक हालात सुधारने की है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में 10802 करोड़ रुपये का राजकोषीय घाटा रहा था। जबकि मौजूदा वित्तीय वर्ष में 12754 करोड़ रुपये के सरकार के राजस्व के साथ सरप्लस बजट का अनुमान है। राज्य की हालात ठीक नहीं है। राजस्व घाटे में है, राज्य पर अरबों का कर्जा है। ऐसे में विकास की डगर मुश्किल में है। बढ़ती मंहगाई आमजन की कमर तोड़ रही है। ऐसे में योजनाओं को लागू करना चुनौती से कम नहीं।