उत्तराखंड में एक और कांग्रेसी नेता प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की रडार पर आ गया है। बताया जा रहा है कि ईडी ने जिम कार्बेट अभयारण्य की पाखरो रेंज में पेड़ कटान, अवैध निर्माण और जमीन धोखाधड़ी के मामले में अब कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत और अनुकृति गुसांई को समन भेजा है। बताया जा रहा है कि ईडी ने दोनों को पूछताछ के लिए 29 फरवरी को ईडी मुख्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया है।
मिली जानकारी के अनुसार पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। अब पाखरो रेंज घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग प्रकरण से संबंधित पूर्व वन मंत्री हरक सिंह रावत समेत अन्य लोगों को ईडी ने अब समन भेजे हैं। ईडी ने हरक सिंह रावत को 29 फरवरी को पूछताछ के लिए अपने कार्यालय बुलाया है। इसके अलावा अन्य को अलग-अलग तिथियों में उपस्थित होने के लिए कहा गया है।
गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बुधवार को कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के ठिकानों पर छापेमारी की। आधिकारिक सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तराखंड, दिल्ली और चंडीगढ़ में कई ठिकानों पर तलाशी ली गई है। बता दें, हरक सिंह रावत ने 2022 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़ दी थी और कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
इसके अलावा पूर्व डीएफओ किशनचंद व अन्य अफसरों के घर भी कैश व गहने ईडी ने जब्त किए थे। इसी क्रम में ईडी ने रावत की करीबी लक्ष्मी राणा के लॉकर खुलवाकर वहां से 45 लाख रुपये के जेवर बरामद किए थे। इस कार्रवाई में ईडी ने करीब 80 करोड़ रुपये के जमीनों के कागजात जब्त किए। साथ ही छह लॉकर को भी फ्रीज कराया था।
बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई मुख्य वन संरक्षक सुशांत पटनायक, सेवानिवृत्त डीएफओ किशन चंद के साथ ही हरक के पूर्व निजी सचिव एवं उत्तराखंड सचिवालय संघ के पूर्व महामंत्री बिरेंद्र कंडारी, भाजपा के ऊधम सिंह नगर के जिला मंत्री अमित सिंह, रुद्रप्रयाग की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी राणा व प्रापर्टी डीलर नरेंद्र वालिया के ठिकानों पर की गई।