युवाओं के लिए बड़ी खबर आ रही है। यूपी आरक्षी भर्ती परीक्षा को निरस्त कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि प्रश्न पत्र लीक होने के साथ ही परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली के आरोप लग रहे थे। प्रदेश के कई जिलों के अभ्यर्थियों ने परीक्षा निरस्त करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। योगी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए भर्ती को निरस्त करने का आदेश जारी किया है।
मिली जानकारी के अनुसार युवाओं के हित में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि छह माह के भीतर ही पूर्ण शुचिता के साथ परीक्षा आयोजित होगी। सरकार ने इसकी जांच एसटीएफ को सौंपी है। इसके साथ ही, पुलिस भर्ती परीक्षा में एफआईआर दर्ज करने के भी निर्देश दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा निर्धारित तिथि 17 व 18 फरवरी को सभी जिलों में दो पालियों में हुई थी। प्रदेश में 2,385 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा के दौरान बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन के बाद ही अभ्यर्थी को प्रवेश दिया गया था। आरक्षी नागरिक पुलिस के 60,244 पदों पर भर्ती के लिए कुल 48,17,441 अभ्यर्थियों में 15,48,969 महिला अभ्यर्थी भी थे। प्रत्येक पाली में 12,04,360 अभ्यर्थी शामिल हुए थे।
बताया जा रहा है कि कई सॉल्वर गिरोह और शरारती तत्वों ने परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने का प्रयास किया, लेकिन यूपी पुलिस ने तत्परता के साथ ऐसे आरोपियों पर कार्रवाई की. अधिकतर परीक्षा शांतिपूर्ण संपन्न हुई। परीक्षा में पेपर लीक को लेकर लग रहे आरोपों पर बोर्ड ने जांच के लिए आंतरिक कमेटी का गठन भी किया है। लेकिन परीक्षा के बाद से ही इसे लेकर कई भ्रामक जानकारियां सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही हैं।