कोरोना के खौफ़ से बेख़ौफ़ उत्तराखण्ड का रेशम विभाग..
जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
जहाँ एक और पूरे विश्व में कोरोना को लेकर हाहाकार मचा हुआ है,वहीं उत्तराखण्ड में भी सभी स्कूल कॉलेज और यहाँ तक कि सभी सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों को भी बंद करा दिया गया हैं,लेकिन हाल ही में देखा गया हैं कि देहरादून में रेशम विभाग के कर्मचारियों का जनता ,खुला मिलना- जुलना जारी है,वर्तमान में रेशम विभाग द्वारा रेशम कीटों का पालन किया जा रहा रहा है व लोगों को घर-घर जाकर रेशम कीट पालने हेतु सलाह दी जाती है,अगर पछुवा दून की ही बात की जाए तो वहाँ अनुमानित सात से आठ केंद्र हैं व वहाँ पैंतीस से चालीस कर्मचारी कार्यरत हैं ,जो लगभग एक हजार से बारह सौ घरों में रेशम कीट पालन हेतु जानकारी देते हैं,अब अगर इस समय उन एक हजार से बारह सौ घरों में किसी भी व्यक्ति को कोरोना हो तो कर्मचारियों के संक्रमित होने का पूरा ख़तरा बना हुआ है और फ़िर कोरोना संक्रमण की ये चेन आगे बढ़ती जायेगी,क्या सरकार या रेशम विभाग का दायित्व नहीं बनता कि इस समय रेशम कीट का उत्पादन बंद किया जाये
अगर देश के प्रधानमन्त्री द्वारा दिये गए निर्देश में कहा गया है कि यह सप्ताह देश के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं, फिर भी रेशम विभाग और उत्तराखण्ड सरकार की ये अनदेखी हैरानी भरी है,उत्तराखण्ड सरकार को ये मामला तुरंत गंभीरता से लेना चाहिये,नहीं तो ये लापरवाही इतनी भारी पड़ सकती है कि जिसकी कल्पना से ही दिल सहम उठता है।