पौड़ी जिला अस्पताल में दुधमुंहे बच्चे की माँ को कोविड ड्यूटी में झोंककर संवेदनहीनता की हदें पार!
भगवान सिंह,जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
पौड़ी जिला अस्पताल के अन्तर्गत संचालित महिला चिकित्सालय में मूल रूप से सेवायें दे रही लैब तकनीशियन रेखा जोशी को अस्पताल प्रशासन द्वारा कोविड सैम्पलिंग ड्यूटी करवायी जा रही है,रेखा के एक साल व पाँच साल के दो बच्चे हैं,भारत सरकार की कोविड गाइडलाइन के अनुसार दूध पिलाने वाली माताओं को कोविड ड्यूटी में नहीं लगाया जा सकता,लेकिन अस्पताल प्रशासन अपनी सुविधा के लिये रेखा और उसके परिवार को जानलेवा ख़तरे में झोंक रहा है,पिछले दिनों रेखा अपने बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिगत अपने दुधमुखे बच्चे और पाँच साल के बच्चे को देहरादून अपनी माँ के पास छोड़ आयी,लेकिन अब बच्चा अपनी माँ के दूध से भी वंचित हो गया है,रेखा को पुनः कोविड ड्यूटी देकर उसको और उसके बच्चों को जानलेवा ख़तरे में झोंकने की संभावना बरक़रार है,अस्पताल के सीएमएस डॉ.रमेश राणा से “जागो उत्तराखण्ड” द्वारा दूरभाष पर जब इस जानलेवा घटनाक्रम को लेकर सवाल उठाया गया,तो उन्होंने बताया कि स्थायी कर्मचारियों द्वारा कोविड ड्यूटी से बचने हेतु लम्बे अवकाश लिये जाने के कारण रेखा जैसे संविदा कर्मचारियों को कोविड ड्यूटी में लगाया गया है,लेकिन उनका ये तर्क हज्म नहीं हो पा रहा है,क्योंकि शायद इस बात का आभाष नहीं है कि उनकी इस लापरवाही से रेखा और उसके परिवार पर कितनी बड़ी मुसीबत आन पड़ सकती है! उत्तराखण्ड क्रान्ति दल की महिला मोर्चा की जनपद अध्यक्ष पूनम सिंह टम्टा ने भी अस्पताल प्रशासन के इस संवेदनहीन व्यवहार पर कड़ी आपत्ति दर्ज की है।