“आप” की 2022 तैयारियों को बड़ा झटका!चमोली से प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद कपरवान बीजेपी में शामिल!गढ़वाल क्षेत्र से और कई पदाधिकारियों के “आप” छोड़ने के संकेत..!
अम्बेश पंत,जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
चमोली जिले के वरिष्ठ नेता,आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद कपरवान ने “आप” छोड़ कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। पार्टी मुख्यालय देहरादून में राज्य सभा सांसद व भाजपा में शामिल होने वाली स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष नरेश बंसल ने उन्हें पटका पहना कर पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस दौरान उनके साथ बड़ी संख्या में समर्थक भी मौजूद रहे।इस अवसर बद्रीनाथ विधायक महेंद्र भट्ट,डॉ देवेंद्र भसीन,विनय गोयल, कार्यालय सचिव कौस्तुबानंद जोशी,सीताराम भट्ट, राजकुमार पुरोहित,सहित वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान द्वारा किया गया।कपरवान ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाया है कि पार्टी प्रदेश में “आप” की बुनियाद रखने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं की लगातार उपेक्षा कर रही है,कपरवान चमोली जिले में आम आदमी पार्टी का जनाधार काफ़ी बढ़ा चुके थे!कार्यकर्ताओं समेत उनका बीजेपी में शामिल होना पार्टी को बड़ा झटका है!पिछले दिनों पूर्व “आप” प्रदेश अध्यक्ष एस.एस. कलेर के अपने पद से हटने के बाद गढ़वाल क्षेत्र के पार्टी उपाध्यक्ष में से एक को भी कार्यकारी अध्यक्ष न बनाना भी कपरवान के पार्टी छोड़ने का बड़ा कारण बताया जा रहा है,पार्टी ने भूपेश उपाध्याय को कार्यकारी अध्यक्ष, कुमाऊं, अनन्त राम चौहान को कार्यकारी अध्यक्ष गढ़वाल और प्रेम सिंह राठौर को कार्यकारी अध्यक्ष, तराई बनाया है।कार्यकारी अध्यक्ष गढ़वाल अनंतराम चौहान जौनसार से आते हैं,जबकि पार्टी में कपरवान समेत,मेजर जनरल (रिटायर्ड) चंद्र किशोर जखमोला और शिशुपाल रावत गढ़वाल क्षेत्र के पार्टी उपाध्यक्ष पहले से मौजूद थे!ऐसे में “आप” पर गढ़वाल क्षेत्र के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का आरोप है।इसके अलावा कपरवान को अभी तक बद्रीनाथ सीट से चुनाव लड़ने हेतु हरी झंडी न देना और नंदप्रयाग-घाट सड़क चौड़ीकरण की माँग को लेकर चले जन-आंदोलन जैसे स्थानीय मुद्दे को कपरवान द्वारा लगातार उठाये जाने के बाद भी,इसे पार्टी द्वारा विशेष तवज्जों न देना भी कपरवान के पार्टी छोड़ने का कारण बताया जा रहा है।पिछले दिनों रुद्रप्रयाग के कई “आप” कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़ दी थी और पौड़ी से “गढ़वाल क्षेत्र की आवाज़” पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आशुतोष नेगी ने भी शीर्ष नेतृत्व द्वारा स्थानीय मुद्दों को विशेष तवज्जों न देते हुये दिल्ली से निर्देश थोपने और 2022 के लिये गढ़वाल क्षेत्र के “आप” प्रत्याशियों को हरी झंडी देने के सम्बंध में पार्टी हित में प्रदेश प्रवक्ता जैसे पद की गरिमा और महत्व को नजरअंदाज करते हुये,उनसे कोई भी सलाह मशवरा किये बगैर फैसले लेने का आरोप लगाते हुये पार्टी छोड़ने के संकेत दिये हैं!ऐसे में 2022 चुनाव में गढ़वाल क्षेत्र में पार्टी बेहद कमजोर होती दिखायी दे रही है।