अपर आयुक्त न्यायालय पौड़ी में सुने जाने वाले वाद टिहरी में सुने जाने के आदेश का विरोध!..
जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
आयुक्त गढ़वाल मण्डल रविनाथ रामन द्वारा मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा अध्यक्ष बार एसोसिएशन टिहरी के अनुरोध पर अपर आयुक्त न्यायालय पौड़ी में सुने जाने वाले वादों को टिहरी में सुने जाने के आदेश का पौड़ी के अधिवक्ताओं ने पौड़ी स्थित आयुक्त गढ़वाल के मूल कार्यालय के समक्ष धरना देकर विरोध दर्ज किया है ।
अधिवक्ताओं का आरोप है कि आयुक्त रविनाथ रामन का आदेश गढ़वाल मण्डल मुख्यालय पौड़ी का अस्तित्व बनाये रखने के नितान्त ख़िलाफ़ है,क्योंकि वैसे ही आयुक्त और अपर आयुक्त न्यायालय पौड़ी में बहुत कम दिन संचालित होते हैं और अब पौड़ी में सुने जाने वाले वादों को अपर आयुक्त गढ़वाल मंडल द्वारा टिहरी में सुने जाने पर गढ़वाल मण्डल मुख्यालय पौड़ी का अस्तिव ही समाप्त हो जायेगा! आपको बता दें कि आयुक्त गढ़वाल मण्डल रविनाथ रामन अपने पौड़ी स्थित मूल कार्यालय में उपस्थित रहने के बजाय देहरादून स्थित कैम्प कार्यालय से ही अपना कामकाज देखते हैं और वर्ष में चंद दिन पौड़ी स्थित अपने मूल कार्यालय में बैठते हैं, जिससे अधिवक्ताओं में ही नहीं,पौड़ी के आमजन में इसके प्रति गहरी निराशा और आक्रोश व्याप्त है,उत्तर प्रदेश से अलग उत्तराखण्ड राज्य बनने के बाद पौड़ी के प्रति आयुक्त गढ़वाल मण्डल, पुलिस उप महानिरीक्षक गढ़वाल मण्डल समेत तमाम मण्डलीय अधिकारियों का पौड़ी स्थित अपने मूल कार्यालय में न बैठने का उपेक्षात्मक रवैया,पौड़ी की व्यावसायिक और पर्यटन गतिविधियों पर बेहद नकारात्मक प्रभाव डाल रहा है,जिसके प्रति पौड़ी से ही पूर्ववर्ती सभी मुख्यमंत्री भी लापरवाह बने रहें हैं, जिसके कारण धीरे-धीरे पौड़ी के लोग देहरादून और अन्य क्षेत्रों में पलायन करने को मजबूर हो गये हैं, शायद पौड़ी के लोगों द्वारा उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन की तर्ज पर एक प्यापक जन आंदोलन ही सरकार की पौड़ी के प्रति उपेक्षा के लम्बे दौर को समाप्त कर पौड़ी को उसकी खोई हुयी गरिमा और चहल -पहल लौटा सकने में कामयाब हो सकता है।