
वन आरक्षियों में पूर्ण संतोषजनक सेवा के दस वर्ष पूरे करने के उपरांत भी प्रोन्नत वेतनमान नहीं मिलने से आक्रोश..
जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
उत्तराखंड वन विभाग में अधिकारियों की मनमानी की हद ये है कि वन आरक्षियों को पूर्ण संतोषजनक सेवा के दस वर्ष पूरे करने के उपरांत भी प्रोन्नत वेतनमान नहीं दिया जा रहा है,जबकि वन आरक्षी वन विभाग की रीढ़ की हड्डी माना जाता है,यहां तक कि किसी-किसी वन आरक्षी को पूर्ण संतोषजनक सेवा के ग्यारह वर्ष भी पूर्ण हो चुके हैं,परंतु प्रोन्नत वेतनमान अभी तक नहीं दिया जा रहा है,जबकि नियमावली में कर्मचारी को पूर्ण संतोष जनक सेवा के दस वर्ष पूर्ण होने पर प्रोन्नत वेतनमान मिलना चाहिये,जिससे कि कर्मचारियों को प्रतिमाह ₹2000 से ₹3000 तक का नुकसान हो रहा है इससे वन आरक्षियों में भारी असंतोष व्याप्त है।