नेपाल सीमा से सटी सीमावर्ती सड़क के खस्ताहाल देश पर पड़ सकते हैं भारी..
जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
सीमावर्ती जनपद पिथौरागढ़ के मूनाकोट विकासखण्ड के अन्तर्गत सात किलोमीटर लम्बी क्वीतड़-जमतड़ी-हल्दू सड़क,जिसका निर्माण प्रान्तीय खण्ड लोक निर्माण विभाग पिथौरागढ़ ने वर्ष 2012-13 में प्रारम्भ किया था,आज भी कच्ची है और सड़क पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे पड़े हैं, ग्रामीणों का आरोप है कि तत्कालीन अधिशासी अभियन्ता और कनिष्ठ अभियन्ता ने सड़क निर्माण में घोर लापरवाही की जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है, ग्रामीणों ने अभी कुछ दिन पूर्व स्वयं श्रमदान कर गुरुंगतोली से जमतड़ी तक करीब तीन किलोमीटर लम्बी सड़क को यातायात लायक बनाया,लेकिन बारिश से फिर इसमें बड़े-बड़े गड्ढे पड़ गये हैं,
जिन्हें लोनिवि ने मिट्टी से भरने की कोशिश की तो सड़क कीचड़ के कारण और ज्यादा खराब हो गयी,फिलहाल ग्रामीणों ने पास ही पीएमजीएसवाई की सड़क का निर्माण कर रहे ठेकेदार से मदद माँग कर जेसीबी लगवा कर मार्ग को खुलवाया है,इस सड़क को पक्का करने के लिये कई बार समाधान पोर्टल और जनता दरबार में ग्रामीणों द्वारा गुहार लगायी गयी तो नतीजा सिफर ही रहा,
स्थानीय निवासी नरसिंह सौंन ने “जागो उत्तराखण्ड” को उक्त सड़क की खस्ता हालत का वीडियो भेज कर सड़क को जल्द पक्का करवाने हेतु मदद की गुहार लगायी है,जिस पर “जागो उत्तराखण्ड” ने प्रान्तीय खण्ड लोनिवि पिथौरागढ़ के अधिशासी अभियन्ता सी.पी.सिंह से सम्पर्क साधा,जिन्होंने “जागो उत्तराखण्ड” को बताया कि उन्होंने एक महीने पूर्व ही इस खण्ड में पदभार ग्रहण किया है और शीघ्र इसके पक्कीकरण हेतु आगणन शासन को भेजेंगे,ग्रामीणों ने इस इलाके की मौजूदा विधायक स्व.प्रकाश पन्त की पत्नी चंद्रा पन्त से भी खराब सड़क के कारण जनता को हो रही समस्या के शीघ्र समाधान की गुहार लगायी है,खास बात ये भी है कि यह इलाका नेपाल सीमा से सटा होने के कारण सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण भी है और सड़क के यातायात लायक़ न होने के कारण देश की सुरक्षा और अन्य संवेदनशील वजहों से यह लापरवाही देश पर भारी पड़ सकती है।