“जागो उत्तराखण्ड”की ख़बर का असर:जनता इण्टर कॉलेज कमलपुर संगलाकोटी में बच्चों के उत्पीड़न पर बाल संरक्षण आयोग का डंडा..
जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
“जागो उत्तराखण्ड” द्वारा पौड़ी जनपद के पोखड़ा ब्लॉक के जनता इण्टर कॉलेज कमलपुर संगलाकोटी के दसवीं के एक अनुसूचित जाति के छात्र द्वारा स्कूल से नाम काटे जाने के बाद आत्महत्या करने तथा बारहवीं की एक छात्रा संध्या बिष्ट को प्री बोर्ड और बोर्ड परीक्षा में न बैठने देकर उत्पीड़न किये जाने के मामले को प्रमुखता से उठाए गये मामले का बाल संरक्षण आयोग उत्तराखण्ड ने संज्ञान ले लिया है,आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने पौड़ी जनपद के जिला अधिकारी को पन्द्रह दिन के अंदर आयोग के समक्ष पूरे प्रकरण की जांच रिपोर्ट पेश करने तथा जनता इण्टर कॉलेज कमलपुर संगलाकोटी के प्रधानाचार्य संजय रावत को आयोग के समक्ष अपना पक्ष रखने हेतु तलब किया है,आयोग ने कहा है कि कमलपुर संगलाकोटी इण्टर कॉलेज मामला ज्यूविनाइल जस्टिस एक्ट, आरटीई एक्ट तथा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के खिलाफ है,आयोग ने बारहवीं कक्षा की गरीब बालिका संध्या को ₹ 2000 प्रतिमाह पढ़ाई लिखाई हेतु भत्ता दिये जाने की भी बात भी कही है,आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस मामले में आत्महत्या करने वाले दसवीं के छात्र की मृत्यु को सामान्य मौत दिखाते हुये बिना पोस्टमार्टम के ही बच्चे का अन्तिम संस्कार तक कर दिया गया,इस प्रकरण में कमलपुर संगलाकोटी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य संजय रावत,बाल संरक्षण आयोग और जिलाधिकारी पौड़ी की जाँच के कटघरे में खड़े हैं,अब जिलाधिकारी द्वारा मामले की जाँच कराये जाने पर स्पष्ट हो पायेगा कि किन परिस्थितियों में ग़रीब अनुसूचित जाति के परिवार के बच्चे ने आत्महत्या की और बिन पोस्टमार्टम के ही उसका दाह संस्कार भी कर दिया गया!उधर यह भी जानकारी प्राप्त हुई है कि “जागो उत्तराखण्ड” की खबर प्रसारित होने के बाद जनता इण्टर कॉलेज कमलपुर संगलाकोटी के प्रधानाचार्य संजय रावत ने बारहवीं की छात्रा संध्या और उसके परिजनों से मीडिया में मामला ले जाने को लेकर माफी मंगवाने के उपरांत संध्या को दोबारा एडमिशन दे दिया है।