करोड़ों की कैबिनेट बैठक में पौड़ी के हाथ फ़िर ल्वाली झील का झुनझुना..
पौड़ी में हुयी उत्तराखण्ड सरकार की कैबिनेट बैठक में एक दशक से ऊपर समय से लम्बित ल्वाली झील के निर्माण हेतु 692 लाख 77 हजार की वित्तीय स्वीकृति के साथ ल्वाली झील के निर्माण के लिये प्रारम्भिक तौर पर 2 करोड़ की धनराशि निर्गत की गयी है,इसके अलावा कोई बड़ी घोषणा पौड़ी के लिये नहीं हुयी है ,कैबिनेट बैठक में मंडी परिषद में रिवोल्विंग फण्ड स्वीकृत किया गया है,जिसके द्वारा किसानों को बाज़ार से उचित कीमत न मिलने पर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उत्पाद खरीदने की बात पर सहमति बनी है,संसदीय कार्य मन्त्री मदन कौशिक ने बताया कि बैठक में चर्चा किये गये तेरह बिन्दुओं में से 11 पर सहमति बनी है,पौड़ी के लिए और क्या कुछ किया जा रहा है उसकी घोषणा कल सुबह दस बजे मुख्यमंन्त्री एक प्रेस में करेंगे,
लेकिन अगर केवल बरसों से लम्बित ल्वाली झील के लिये धनराशि निर्गत करनी थी,तो फिर पौड़ी में एक अनुमान के तहत लगभग तीन करोड़ खर्च कर कैबिनेट के लाव तश्कर लाने की जरूरत क्या थी?बताया जा रहा है कि पचास लाख तो केवल तम्बू लगाने और अन्य व्यवस्थाओं में बर्बाद किये गये, इतने पैसों में तो पौड़ी का बस अड्डा ,कलक्ट्रेट भवन समेत कई और अधूरे काम पूरे कर लिये जाते..