हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण में हफ़्ते भर पहले हुये अभियंताओं के तबादलों में हफ्ते भर बाद फिर संसोधन में वसूली का खेल !
जागो ब्यूरो रिपोर्ट:हरिद्वार के नवनियुक्त जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ,जो हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष भी हैं,के कार्यकाल में निगम के अवर/सहायक अभियंताओं को 07 अगस्त को दी गयी जिम्मेदारियों को स्वतन्त्रता दिवस से ठीक एक दिन पहले अर्थात 14 अगस्त शाम,जिस दिन द्वितीय शनिवार का अवकाश भी था,को आनन फानन में फ़िर से संसोधन किये जाने पर निगम में भ्रष्टाचार की पोल खुल रही है ।
जागो उत्तराखण्ड को स्थानीय सूत्रों से जानकारी प्राप्त हुयी है कि रुड़की सिविल लाइन समेत निगम के कार्यक्षेत्र के अन्तर्गत कई इलाकों में बड़े स्तर पर अवैध निर्माण जारी है,जिसको निगम के कुछ भ्रष्ट अभियंताओं का संरक्षण प्राप्त है!इन भ्रष्ट अभियंताओं द्वारा भवन स्वामियों से पैसा लेकर अवैध निर्माण करने की खुली छूट दी गयी थी,लेकिन जैसे ही उस इलाके में नये अभियन्ता ने पदभार ग्रहण कर अवैध निर्माण को रोका,तो भवन स्वामियों में खलबली मच गयी! भवन स्वामियों के हो हल्ला करने पर कि उनके निर्माण पर चालानी कार्यवाही क्योंकर की जा रही है?जबकि वे पैसा निगम के अभियंताओं को पहुँचा चुके हैं! निगम के उच्च अधिकारियों तक ,यह बात पहुँचने पर ठीक एक हफ़्ते बाद अभियंताओं की तैनाती में संसोधन कर दिया गया,जाहिर है ये संसोधन जिलाधिकारी हरिद्वार,जो कि हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष भी हैं के हस्ताक्षर से जारी कार्यालयादेश से हुये हैं,जिससे भ्रष्टाचार की आँच से वे भी नहीं बच सकते!जागो उत्तराखण्ड इस मामले में जल्द शहरी विकास मन्त्री बंशीधर भगत के भी मुलाक़ात कर हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण में पनप रहे इस भ्रष्टाचार के दोषियों पर कार्यवाही की माँग करेगा।