पर्यटन का स्वर्ग “स्वर्गाश्रम”..
जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
पौड़ी जनपद का अन्तिम छोर जोकि ऋषिकेश से लगा हुआ है और यमकेश्वर विधानसभा के अन्तर्गत आता है,यहां का स्वर्गाश्रम क्षेत्र पर्यटन के लिहाज से पौड़ी जनपद के सबसे ज्यादा प्रसिद्ध इलाकों में से है,यहां पर विदेशी सैलानियों की संख्या इतनी ज्यादा है कि आपको कई बार गलतफहमी हो सकती है कि आप दिल्ली के कनॉट प्लेस में तो नहीं घूम रहे हैं! यहां विदेशी पर्यटकों के सबसे ज्यादा आने का कारण इस इलाके का आध्यात्मिक पर्यटन,योग ध्यान केंद्र और नदी किनारे बने शानदार रिसॉर्ट्स हैं,यही वजह है कि जँहा भारी सँख्या में विदेशी पर्यटक यहां आध्यात्मिक पर्यटन को लेकर पहुंचते हैं,तो वहीं देसी सैलानी भी यहां पर कैंपिंग,राफ्टिंग,बोटिंग समेत,राम झूला,लक्ष्मण झूला,नीलकंठ महादेव जैसे तमाम पर्यटन स्थलों को देखने इस इलाके में पहुँचते हैं,कई लोग इस इलाके को भी ऋषिकेश में सम्मिलित मानते हैं,लेकिन यह पौड़ी जनपद में आता है,देहरादून से लगभग पचास किलोमीटर दूर यह जगह गंगा नदी के तट पर स्थित है और आप जौलीग्रांट एयरपोर्ट से मात्र आधा घंटा में यहां पहुंच सकते हैं,दूसरी ओर कोटद्वार से दुगड्डा होते हुए स्वर्गाश्रम पहुंचा जा सकता है,इस रास्ते लैंसडाउन हिल स्टेशन भी आपको रास्ते में मिलेगा,यह जगह पौड़ी मुख्यालय से करीब एक सौ दस किलोमीटर दूर है,जब भी आप उत्तराखण्ड में पर्यटन के लिए पहुंचे तो ऋषिकेश में नदी के पार स्वर्गाश्रम जरूर जायें,यहां पर शाम को होने वाली गंगा आरती का अलग ही आकर्षण है,यँहा सब कुछ है,योगामेडिटेशन,मन्दिर,रिसॉर्ट्स,कैम्पस,रेस्टोरेंट्स,कैफ़े,मोमेंटो-सौविनियर्स और भी बहुत कुछ,गंगा किनारे बैठकर यँहा एक शांतिपूर्ण शाम बिताना आपके लिये जीवन भर न भूलने वाला अनुभव होगा।