मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की नजरों के नीचे अवैध निर्माण..
गौरव तिवारी,जागो ब्यूरो,देहरादून
देहरादून को एक ओर जहाँ सरकार स्मार्ट सिटी बनाने की बात कर रही है और हाइकोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण चिह्नित कर जगह जगह अवैध निर्माण तोड़ा भी जा रहा है,वहीँ प्राइवेट बिल्डर एमडीडीए से नक्शा पास करवा कर उसकी आड़ पर स्वीकृत मानचित्र के विपरीत व्यावसायिक निर्माण कर एमडीडीए के औचित्व पर ही सवालिया निशान खड़े कर रहे हैं,ताजा मामला देहरादून आईएसबीटी के पास बन रही एक इमारत का है,यहाँ “जागो उत्तराखण्ड”को शिकायत मिली कि एमडीडीए के फ्लैटों से लगी पानी की टंकी के पास कोई प्राइवेट बिल्डर अवैध निर्माण कर रहा है
“जागो उत्तराखण्ड” जब मौके पर पहुचा तो पाया कि बिल्डर ने पार्किग एरिया में भी फ्लैट निर्माण किया हुआ है,जब बिल्डर से निर्माण सम्बन्धी प्रपत्र व नक्शा आदि दिखाने के लिए बोला गया तो बिल्डर ने जो नक्शा दिखाया व जो निर्माण हुआ है
दोनोंमें अंतर पाया गया,जब इसका कारण पूछा तो बिल्डर व उसके कई तथाकथित टीवी चैनलों के पत्रकार धमकाने लगे कि इस मामले को छोड़ दो हमारी पहुँच बड़े बड़े लोगों तक है, जब “जागो उत्तराखण्ड” प्रतिनिधि दबाव में नहीँ आया तो उसपर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाने लगे व झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी देने लगे, हमारा एमडीडीए के जिम्मेदार अधिकारियों से निवेदन है,अवैध निर्माण का मुआयना कर निरंकुश बिल्डरों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्यवाही करें,जिससे राजधानी को स्मार्ट सिटी बनाने के ख्वाब का गला घोंटने पर उतारू बिल्डरों पर नकेल कसी जा सके।