हरिद्वार । मानव अधिकार संरक्षण समिति उत्तराखंड समिति उत्तराखंड पश्चिम की प्रांतीय अध्यक्षा नीलम रावत ने बताया कि कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने दावा किया कि रोग प्रतिरोधक क्षमता ही कोरोना वायरस को खत्म कर देती है। सावधानी बरतने से इससे बचा जा सकता है। इम्युनिटी यानी शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता। कोरोना के दौर में यह शब्द देश और दुनिया में सबसे ज्यादा चर्चा में है। इसके पीछे बड़ी वजह है, क्योंकि कमजोर इम्युनिटी वाले लोग कोरोना की चपेट में सबसे ज्यादा आसानी से आ रहे हैं। कोरोना का खतरा विश्वव्यापी बन गया है। डॉक्टर और वैज्ञानिकों का दावा है कि इम्यूघ्निटी के कमजोर होने से कोरोना का खतरा अधिक बढ़ जाएगा। रोग प्रतिरोधक क्षमता हमें कई बीमारियों से बचा कर रखती है। छोटी-मोटी ऐसी कई बीमारियां होती हैं जिनसे हमारा शरीर खुद ही निपट लेता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता के कमजोर होने पर बीमारियों का असर जल्दी होता है।
प्रांतीय अध्यक्षा नीलम रावत ने बताया कि आहार में एंटीऑक्सिडेंट की पर्याप्त मात्रा होनी चाहिए। एंटीऑक्सिडेंट बीमार कोशिकाओं को दुरुस्त करते हैं और सेहत बरकरार रखते हुए उम्र के असर को कम करते हैं। बीटा केरोटिन, सेलेनियम, विटामिन-ए, विटामिन-बी2 व बी6, विटामिन-सी, विटामिन-ई, विटामिन-डी रोगप्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी हैं। अगर आप प्रायरू बीमारियों की चपेट में रहते हैं तो इसका अर्थ यह भी है कि आपके शरीर में एंटीबॉडीज कम बन रहे हैं। इसके लिए प्रोटीन को समुचित मात्रा में सेवन किया जाना चाहिए। इन तत्त्वों की भरपाई के लिए खाने में हल्दी, जीरा, धनिया, लहसून का प्रयोग करें। ज्यादा तेल, मसाले वाले खाने से दूर रहें, एक चम्मच च्यवनप्राश खाएं, चना और अंकुरित दाल खाएं, गर्म पानी पीएं, अदरक, तुलसी की चाए पीएं, काढ़े में तुलसी, दालचीनी, कालीमिर्च, सौंठ और मुनक्का इस्तेमाल करें, दूध में हल्दी मिलाकर पीएं, काढ़े में गुड और नींबू का प्रयोग फायदेमंद होता है। सर्दी के मौसम में प्यास कम लगती है, पर याद करके दिन में 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं। भरपूर नींद लें। तनावमुक्त रहने का अभ्यास करें।