जगत सिंह”जँगली”बने उत्तराखण्ड के फारेस्ट ब्रैंड एम्बेसडर…
देश ही नहीं दुनिया भी जिस पर्यावरण प्रेमी का लोहा मानती है, जिसने बंजर जमीन को हरा-भरा करके असम्भव को भी सम्भव कर दिया है, उस पर्यावरण के रक्षक जगत सिंह ‘जंगली‘ को देर से ही सही लेकिन दुरस्त आते हुए उत्तराखण्ड का फोरेस्ट ब्रैंड एम्बेस्डर बनाया गया है,वन भवन के मंथन सभागार में आयोजित जगत सिंह ‘जंगली‘ के सम्मान समारोह में प्रमुख वन संरक्षक जय राज ने इसकी घोषणा की और उनके कार्य की सराहना करते हुए उनके अनुभव का लाभ प्रदेश हित में उठाने की बात कही,जयराज ने कहा कि मिश्रित वनों का जो फार्मूला जगत सिंह जंगली ने प्रयोग किया वो सराहनीय है और हरियाली गांव इस बात का जीता-जागता उदाहरण हैं,उनकी लगन ने ये साबित कर दिया है कि यदि इच्छाशक्ति मजबूत हो तो असम्भव को भी सम्भव किया जा सकता है,आप को बता दें कि जगत सिंह ‘जंगली‘ दुनियाभर में पर्यावरण का वो फेस हैं, जिन्होंने जलवायु परिवर्तन को मात देते हुए जलवायु निर्माण करके दिखाया है। रूद्रप्रयाग जिले के कोट मल्ला गांव (हरियाली गांव) में उन्होंने पिछले 40 वर्षो में ,लगभग डेढ़ लाख पेड़ लगाये हैं और बंजर जमीन में से पानी निकाल कर दिखा दिया है,उन्होंने मिट्टी और स्टोन तकनीकी का इस तरह संरक्षण और प्रयोग किया है कि पहाड़ की पथरीली जमीन हरे-भरे वनों में बदल गयी,इसके लिए ना उन्होंने ना कोई कोर्स किया और ना ही किसी तरह की कोई ट्रेनिंग, पिता को दिए गये वचन को निभाने के लिए उन्होंने वो कर दिखाया कि देश-विदेश के वैज्ञानिक भी हैरान रह गये,उन्होंने मिश्रित वनों पर कार्य करते हुए 60 से ज्यादा प्रजातियों के वन उगाये और फिर नौकरी छोड़कर इसे ही अपनी आय का जरिया बना लिया,हालांकि अभी तक उन्हें सरकार से किसी भी तरह की मदद हासिल नहीं हुई है लेकिन देश-विदेश में कई विश्वविद्यालय उन्हें पर्यावरण का अनुभव साझा करने के लिए बुलाते रहते हैं,उम्मीद है कि उनके अनुभव का लाभ लेते हुये वन विभाग वन सम्पदा को और अधिक संरक्षित करने के अतिरिक्त ग्रामीणों का सहयोग लेते हुये हर वर्ष जंगलों में लगने वाली आग पर भी बेहतर ढँग से क़ाबू पाने में कामयाब हो सकेगा…