पौड़ी-खिर्सू रोड पर हनुमान जी विशालकाय मूर्ति आध्यात्म और प्रकृति का अनोखा समागम..
जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
पौड़ी से पर्यटक स्थल खिर्सू को जाने वाले मार्ग पर कुछ समय पहले हनुमान जी की एक विशालकाय मूर्ति की स्थापना की गयी है,जो घने बाँज-बुराँश के जंगल के बीच में आध्यात्म और प्रकृति का अनोखा समागम प्रस्तुत करती है,पूर्व में यहां पर एक वीरान पार्क था,जहां पर अक्सर पियक्कड़ों की टोलियाँ बैठ कर सामाजिक माहौल ख़राब किया करती थी, लेकिन अब यह स्थान आने-जाने वाले राहगीरों और खिर्सू जाने वाले पर्यटकों के बीच आकर्षण का केन्द्र बनता जा रहा है,अगर सरकार कोटद्वार-पौड़ी-लैंसडाउन-खिर्सू-खांखरा/कर्णप्रयाग होते हुये बद्री-केदार यात्रा रूट को प्रचारित करे और कोरोना काल के चलते पर्यटकों की सोशल डिस्टेंसिंग बनाने हेतु या आल वेदर रोड के निर्माण के दौरान ऋषिकेश-बद्रीनाथ/केदारनाथ यात्रा मार्ग की खराब हालत के चलते,इस मार्ग को आउटगोइंग या इनकमिंग बद्री-केदार यात्रा के लिये अनिवार्य रूप से वन वे घोषित करे,तो हनुमान जी की इस विशालकाय मूर्ति के अलौकिक दर्शन से मन को शान्ति तो मिलेगी ही, साथ ही इस मार्ग में पड़ने वाले दुग्गड्डा, हटनिया, गुमखाल, लैंसडाउन, सतपुली ,ज्वालादेवी ,बुआ- खाल,पौड़ी,फैडखाल,चौबट्टा,खिर्सू जैसे दर्जनों पहाड़ी बाजारों एवं पर्यटक स्थलों के व्यापारियों के चहरे पर रौनक तो आयेगी ही,साथ ही स्थानीय लोगों के होटल-रिसॉर्ट्स पर्यटकों से गुलज़ार भी रहेंगे,जय बजरंग सरकार के कर्णधारों को सदबुद्धि देकर इस इलाक़े को कर दे नौरंग!