ग्रामीण क्षेत्रो में मनरेगा योजना के फण्ड का हो रहा है दुरुपयोग..
जागो ब्यूरो विशेष:
महात्मा गाँधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना केंद्र सरकार की गरीबी उन्मूलन हेतु एक महत्वाकांक्षी योजना है,कोविड- 19 के कहर के चलते उत्तराखण्ड में लगभग तीन लाख युवा अपनी नौकरी गवां कर अपने गाँव वापस लौटे हैं,ऐसे में मनरेगा योजना इन युवाओ के लिए वरदान साबित हो सकती है,बशर्ते इन योजनाओं का इस्तेमाल खेती,बागवानी आदि कार्यो में किया जाये,पौड़ी के एकेश्वर ब्लॉक के पुसोली गाँव के प्रवासी युवाओं और पहले से कृषि-बागवानी कार्य में जुटे लोगों से बातचीत में “जागो उत्तराखण्ड”ने उनकी राय जानी,जिसमें उनका कहना था कि मनरेगा के कार्यो का दुरूपयोग रोका जाना चाहिये,योजना के सारे कार्यों का फण्ड का सदुपयोग यदि कृषि,बागवानी जैसे कार्यों में किया जाये तो युवाओं को खेत में कार्य करने के मजदूरी तो मिलेगी ही,खेती-बागवानी से उत्पादन होगा और फ़िर क्यों कोई चंद हजार की नौकरी के लिये अपने घर-गाँव से पलायन करेगा!