मोटर मार्ग या पगडंडी आखिर क्या तमाशा है ये??
सुदीप कपरूवान,जागो ब्यूरो यमकेश्वर:
यमकेश्वर में दिउली धमन्दा मोटर मार्ग की खस्ता हालत ने ग्रामीणों के मुसीबत बना रखी है। दिउली बाजार से धमन्दा गांव तक कि कुल दूरी 5 किमी है, इसमें दिउली इंटर कॉलेज सहित बाँसटोला,सौड़,खरगोशा,कराईं पौड़, डोरंना,तुरेडा,चमनपुर-मल्ला-तल्ला,धमन्दा,केशबाड़ी, और संयार गांव का मुख्य मार्ग बरसात से बंद पड़ा हुआ है।लगभग 600 की आबादी इस से प्रभावित हो रही है। बीमार ब्यक्ति खाट में दिउली सड़क तक लाना पड़ता है।ग्रामीणों का कहना है कि कई वर्षों के बाद तो गांव में सड़क पहुंची लेकिन अब इस सड़क का कोई सुध लेने वाला नही है। विधायक निधि से 12 लाख औऱ वन विभाग के 2 लाख से इस सड़क का निर्माण हुआ था। एकमात्र गांव में पहुंचने का पैदल रास्ता जो कि सड़क निर्माण में क्षतिग्रस्त हो गया था अब केवल सड़क मार्ग ही पैदल मार्ग का काम कर रही है। जो कि अनगिनत जगह क्षतिग्रस्त हो रखी है।बिना पुस्तों के यह सड़क बना दी गयी। और जिस कारण सड़क दोनों तरफ से टूटी हुई है।डोरंन गांव को सड़क के मलबे से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।पार्क के अंदर बसे हुये यह गांव सुविधाओं के अभाव का रोना रो रहा है।इनकी सुध लेने वाला कोई नही है। इसलिए ग्रामीणों ने स्वयं पैसा इकठ्ठा करके सड़क को बनाने का बेड़ा उठाया हुआ है।जागो उत्तराखण्ड प्रतिनिधि सुदीप कपरूवान से बातचीत में क्षेत्रीय विधायक ऋतु भूषण खंडूरी का कहना है कि मामला मेरे संज्ञान में हैं और आचार संहिता के बाद ही सड़क की इस समस्या का निराकरण किया जाएगा।