पौड़ी में एक बार फिर से साहसिक पर्यटन गतिविधि हैंगग्लाइडिंग को विकसित करने के प्रयास…
पौड़ी में साहसिक पर्यटन के लोकप्रिय खेल हैंग ग्लाइडिंग की शुरुवात 1996 में विदेशों में प्रशिक्षित स्थानीय पर्यटन कारोबारी मनीष जोशी ने पौड़ी -कोटद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर घोड़ीखाल के निकट स्वयं अपने संसाधनों से कर दी थी,लेकिन तब से अब तक सरकारी स्तर से लाखों खर्च होने के बावजूद इस साहसिक खेल को विकसित कर पौड़ी में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ाने के प्रयास धरातल पर परवान चढ़ते नहीं दिखाई देते,वर्तमान में पर्यटन विभाग पौड़ी के कोट ब्लॉक और अन्य स्थानों में हैंग ग्लाइडिंग का सर्वे कर एक बार फिर इस साहसिक खेल को विकसित करने की बात कह रहा है ,साहसिक पर्यटन अधिकारी के.ए. नेगी ने बताया कि जल्द साहसिक खेल उपकरणों की खेप भी पौड़ी पहुंचना प्रस्तावित है ,लेकिन उधर पर्यटन कारोबारियों में शंका बनी हुयी है, कि क्या उनका सहयोग लेते हुए वाकई ये प्रयास फलीभूत होंगे ? इस अवसर पर कोट क्षेत्र के ब्लॉक प्रमुख सुनील लिंगवाल, जो व्यक्तिगत रूप से लम्बे समय से खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों से पर्यटकों को रिझा कर इलाक़े में रोजगार पैदा करने हेतु प्रयासरत हैं, ने भी हैंग ग्लाइडिंग और अन्य पर्यटन गतिविधियों को विकसित करने में क्षेत्रीय जनता का भरपूर सहयोग देने का आश्वासन दिया है,आपको बता दें कि उत्तराखण्ड के पौड़ी और पिथौरागढ़ में इस साहसिक खेल को विकसित कर पर्यटकों को आकर्षित करने की प्रबल सम्भावनायें हैं…