एसआई प्रदीप नेगी को लाइन हाज़िर कर पौड़ी पुलिस के आलाधिकारियों ने खोया जनता का विश्वास..
पौड़ी जनपद के कोटद्वार कोतवाली के अंतर्गत आने वाली बाजार पुलिस चौकी पूरे जनपद में सुर्खियों में आ गयी है,दरअसल बाजार पुलिस चौकी इंचार्ज एसआई प्रदीप नेगी को कल लाइन हाजिर कर दिया गया,जिसके बाद से पूरे कोटद्वार की जनता इस बात को लेकर आक्रोशित है और सोशल मीडिया पर इस बात को लेकर आक्रोश जता रही है,माना जा रहा है कि शराब माफियाओं पर लगातार हो रही कार्यवाही के चलते प्रदीप नेगी को लाइन हाज़िर किया गया,कोटद्वार के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि एक एसआई का लाइनहाजिर होने की चर्चा हर जगह हो रही है,दरअसल प्रदीप नेगी ईमानदार व स्वच्छ छवि के चलते जनता के बीच हमेशा ही लोकप्रिय रहे है,वही कोटद्वार में शायद अब नागरिकों की सुरक्षा व्यवस्था शराब माफ़ियो के हाथ में जाती दिखायी दे रही है,आपको बता दें कि शराब बेचने वालों ने ईमानदार और कर्मठ बाजार पुलिस चौकी प्रभारी प्रदीप नेगी को एसएसपी से कथित तौर पर एक फर्जी शिकायत पर लाईन हाजिर करवा दिया है,प्रदीप नेगी के लाइनहाजिर होने के पीछे राजनैतिक कारण होने की भी चर्चा है,फिलहाल कारण जो भी हो लेकिन सोशल मीडिया से लेकर चौक चौराहों तक जिस तरह आम जनता उनके लाइन हाज़िर होने पर नाराजगी जता रही है,उससे ये तो जहिर हो गया कि कोटद्वार में प्रदीप नेगी की कार्यप्रणाली हमेशा स्वच्छ व ईमानदार रही है,अभी कुछ दिन पूर्व ही मीडिया ने गोविन्द नगर और आस पास के इलाके में अवैध शराब की बिक्री और अनैतिक कार्य होने की शिकायत की थी,जिस पर गंभीरता से काम करते हुए बाजार पुलिस चौकी प्रभारी प्रदीप नेगी ने जगह जगह दबिश देनी शुरु कर दी थी,जिस कारण अवैध काम करने वालों में हड़कंप मचा हुआ था,बाजार पुलिस चौकी प्रभारी प्रदीप नेगी के जनहित में किये जा रहे काम अवैध काम करने वालों की आंखों में चुभने लगे थे,”जागो उत्तराखण्ड”द्वारा अवैध खनन की कवरेज में भी प्रदीप नेगी ने तेजी से कार्यवाही करते हुए अवैध खनन को बन्द करवा दिया था,लेकिन बाद में राजनैतिक दवाब के चलते पुलिस के उच्चअधिकारियों ने जानबूझकर अपनी पकड़ ढीली कर दी और अवैध खनन ने फिर से रफ़्तार पकड़ ली,कुल मिला कर लब्बोलुबाब ये है कि वर्तमान में ईमानदार अधिकारियों का माफिया को राजनैतिक संरक्षण के चलते काम करना मुश्किल है ,”जागो उत्तराखण्ड” से बातचीत में कोटद्वार के एएसपी डॉ.वर्मा ने बताया कि फिलहाल प्रदीप नेगी के बारे में कोई फैसला नहीं लिया गया है और जनपद के एसएसपी जगतराम जोशी को प्रदीप पर फैसला लेना है,लेकिन पौड़ी पुलिस के बॉस द्वारा एक ईमानदारी अधिकारी को लाइन हाज़िर करने से ये साबित हो गया है, कि पुलिस के आलाअधिकारियों की कमान किसके हाथो में है?