खुद ही बीमार हुआ पौड़ी का पीपीपी मोड में महंत इंद्रेश अस्पताल द्वारा संचालित जिला अस्पताल!सरकार के नाकारापन की चिल्ला -चिल्ला कर दे रहा गवाही!
जागो ब्यूरो रिपोर्ट:
पौडी का जिला अस्पताल जो फरवरी 2021 से सरकार द्वारा महंत इंद्रेश अस्पताल द्वारा पीपीपी मोड पर चलाने हेतु हस्तान्तरित कर दिया गया था,अब खुद ही गंभीर बीमारी से ग्रसित नजर आ रहा है,साथ ही अपनी अव्यवस्थाओं से सरकार की नाकामी की भी गवाही दे रहा है, इसी संबंध में एनएसयूआई की पौड़ी इकाई ने अस्पताल के सीएमएस से मुलाकात कर पीपीपी मोड पर चलाए जा रहे जिला अस्पताल की बड़ी खामियों के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की!एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं का कहना है कि पौड़ी जिला अस्पताल में लोगों को ठीक से सुविधाएं मुहैया नहीं हो पा रही हैं, एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष गौरव सागर ने बताया कि उ होने सीएमएस से मुलाकात कर उन्हें अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं की जानकारी दी,गौरव ने कहा कि कल एक तीन साल की बच्ची को चोट लगने के बाद जब उसके परिजन अस्पताल आये तो बच्ची के लिए टांके लगाने वाला धागा तक उपलब्ध नहीं था,जो कि जिला अस्पताल की अव्यवस्थाओं को उजागर करने के लिए पर्याप्त है अस्पताल में सामान्य जाँचे भी नहीं हो पा रही है अस्पतालों में आ रहे मरीजों को बिना समान्य जाँच किये ही निजी लैब भेज दिया जा रहा है,जो कि गरीब मरीजों पर आर्थिक बोझ बढ़ा रहा है,ऐसे दौर में जबकि कोविड-19 का संक्रमण पहाड़ों में भी फैलता जा रहा है,ऐसे में जिला अस्पताल जो अब महंत इंद्रेश अस्पताल के हवाले है,महज सफेद हाथी साबित हो रहा है! अस्पताल प्रशासन के लापरवाह रवैए के चलते न केवल मरीजों को तमाम तरह की दिक्कत उठानी पड़ रही है,वरन उनके तीमारदार भी परेशान हैं,अस्पताल के सीएमएस ने एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाया है कि जिला अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं को जल्द दुरुस्त कर लिया जाएगा,एनएसयूआई ने जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं में जल्द सुधार न होनेबपर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है!एनएसयूआई का कहना है कि इस मामले में अगर उन्हें विधायक के खिलाफ भी जाना पड़े तो वह इसके लिए भी तैयार हैं,कोरोना महामारी के इस दौर में जब मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की ज्यादा जरूरत है,ऐसे वक्त में जिला अस्पताल में भी मरीजों को सही इलाज न मिल पाना बेहद चिन्तनीय है।